प्रारंभिक परीक्षा – जापान-भारत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
केंद्रीय मंत्रिमंडल ने जापान-भारत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी पर भारत और जापान के बीच सहयोग ज्ञापन( Memorandum of Cooperation) (MoC) को 25 अक्टूबर 2023 को मंजूरी दी।
प्रमुख बिंदु
- इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय, भारत सरकार और जापान के अर्थव्यवस्था, व्यापार और उद्योग मंत्रालय के बीच जुलाई, 2023 में जापान-भारत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी सहयोग ज्ञापन (एमओसी) पर हस्ताक्षर हुआ था।
- यह जापान-भारत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी पर केंद्रित है।
- इसका उद्देश्य सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला को बढ़ाने में दोनों देशों के बीच सहयोग को मजबूत करना है।
- यह एक लचीली सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला को आगे बढ़ाने और प्रत्येक देश की ताकत का लाभ उठाने के लिए सरकार-से-सरकार (G2G) और बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
- यह एमओसी(MoC) दोनों पक्षों के हस्ताक्षर की तारीख से प्रभावी होगा और पांच साल की अवधि तक लागू रहेगा।
- एमओसी बेहतर सहयोग की परिकल्पना करता है, जिससे आईटी के क्षेत्र में रोजगार के अवसरों का सृजन होगा।
- यह ‘भारत-जापान डिजिटल साझेदारी’ के अनुरूप है और इसे पारस्परिक लाभ के लिए सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन बढ़ाने की दिशा में एक कदम के रूप में देखा जाता है।
सेमीकंडक्टर
- सेमीकंडक्टर एक ऐसी सामग्री है जिसमें एक कंडक्टर और एक इन्सुलेटर के बीच विद्युत चालकता होती है।
- ये अर्धचालक यौगिक हो सकते हैं, जैसे गैलियम आर्सेनाइड, या शुद्ध तत्व, जैसे जर्मेनियम या सिलिकॉन।
गुण
- सेमीकंडक्टर में तांबे जैसे कंडक्टर और ग्लास जैसे इन्सुलेटर के बीच की विद्युत चालकता होती है।
- तापमान बढ़ने पर सेमीकंडक्टर की प्रतिरोधकता कम हो जाती है।
- रासायनिक प्रक्रिया द्वारा सेमीकंडक्टर अर्धचालकों की संचालन क्षमता को बढ़ाया जा सकता है।
- सेमीकंडक्टरों की चालकता को बाहर से लगाये गए विद्युत क्षेत्र या प्रकाश के द्वारा भी परिवर्तित किया जा सकता है।
उपयोग
- सेमीकंडक्टर का उपयोग कंप्यूटर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के लिए आधार के रूप में किया जाता है।
- सेमीकंडक्टर प्रौद्योगिकी के विकास ने इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को छोटा, तेज़ और अधिक विश्वसनीय बना दिया है।
- सेमीकंडक्टर का उपयोग अनेक प्रकार के इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में होता है।
- सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल ट्रांजिस्टर, डायोड, इंटिग्रेटेड सर्किट आदि युक्तियों को बनाने में किया जाता है।
- सेमीकंडक्टर का प्रयोग बिजली के सिस्टम, पॉवर ट्रांसमिशन बनाने में भी किया जाता है।
- ऑप्टिकल सेंसर में सहायक उपकरणों को बनाने के लिए भी सेमीकंडक्टर का इस्तेमाल किया जाता है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- केंद्रीय मंत्रिमंडल ने अमेरिका-भारत सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला साझेदारी को 25 अक्टूबर 2023 को मंजूरी दी।
- सेमीकंडक्टर आपूर्ति श्रृंखला सरकार-से-सरकार (G2G) और बिजनेस-टू-बिजनेस (B2B) सहयोग को प्रोत्साहित करता है।
3.सेमीकंडक्टर में तांबे जैसे कंडक्टर और ग्लास जैसे इन्सुलेटर के बीच की विद्युत चालकता होती है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीनों
(d) कोई भी नहीं
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : सेमीकंडक्टर क्या है ? सेमीकंडक्टर के प्रमुख उपयोगिताओं एवं इससे जुड़े चिंताओं की विवेचना कीजिए।
|
स्रोत: पीआईबी