प्रारंभिक परीक्षा – जस्ट एनर्जी ट्रांज़िशन पार्टनरशिप मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 3 – बुनियादी ढाँचाः ऊर्जा, पर्यावरण प्रदूषण और संरक्षण |
सन्दर्भ
- पहली बार भारत की अध्यक्षता में G20 एनर्जी ट्रांजिशन वर्किंग ग्रुप (ETWG) की बैठक में हो रही है।
जस्ट एनर्जी ट्रांज़िशन पार्टनरशिप (JETP)
- जस्ट एनर्जी ट्रांज़िशन पार्टनरशिप, कोयले के प्रयोग को चरणबद्ध तरीके से समाप्त करने और उत्सर्जन को कम करने के लिए विकसित देशों की एक पहल है।
- यह विकासशील देशों में ऊर्जा परिवर्तन का समर्थन करने के लिए विकसित देशों द्वारा बहुपक्षीय वित्तपोषण के लिए प्रमुख तंत्र है।
- इसका उद्देश्य ऊर्जा क्षेत्र में उत्सर्जन को कम करना और कोयला फेज-आउट प्रक्रिया को तेज करना है।
- JETP के माध्यम से पहचान किए गए विकासशील देशों में इस उद्देश्य के लिए धन उपलब्ध कराया जाता है।
- JETP को यूनाइटेड किंगडम (UK), संयुक्त राज्य अमेरिका (US), फ्रांस, जर्मनी और यूरोपीय संघ (EU) के सहयोग से ग्लासगो में COP26 में लाया गया था।
- दक्षिण अफ्रीका के डीकार्बोनाइजेशन प्रयासों का समर्थन करने के लिए यह पहल शुरू की गई थी।
JETP से संबंधित चिंताएं
- उर्जा संक्रमण का उन नौकरियों पर प्रभाव पड़ सकता है जो वर्तमान में जीवाश्म ईंधन पर निर्भर हैं।
- राष्ट्रीय संदर्भ पर पर्याप्त ध्यान दिए बिना, विकसित देशों का कोयले के फेज-डाउन पर जोर औद्योगिक और उभरती अर्थव्यवस्थाओं के बीच ऊर्जा संक्रमण में महत्वपूर्ण अंतर की उपेक्षा करता है।
- यह भविष्य की ऊर्जा पहुंच के रूपों को बाधित कर सकता है
- उर्जा संक्रमण कल्याणकारी कार्यक्रमों पर खर्च करने की राज्य की क्षमता को कम कर सकता है