प्रारम्भिक परीक्षा – पर्यावरण संरक्षण मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-3 |
संदर्भ
- राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण (NTCA) ने सैद्धांतिक रूप से जुलाई ,2023 में कैमूर बाघ अभयारण्य के लिए मंजूरी दे दी थी।जिससे कैमूर अभयारण्य बिहार का दूसरा बाघ अभयारण्य बनने के कगार पर है।
- बिहार का पहला बाघ अभयारण्य पश्चिम चंपारण जिले में वाल्मीकी टाइगर रिजर्व (VTR) है। इसकी स्थापना वर्ष 1978 में हुई थी।
- NTCA की एक रिपोर्ट के अनुसार, वाल्मीकी टाइगर रिजर्व (VTR) में बाघों की आबादी वर्तमान में 54 है, जबकि 2018 में यह 31 थी।
- वाल्मीकी टाइगर रिजर्व बिहार का एकमात्र टाइगर रिजर्व था।
- वाल्मीकी टाइगर रिजर्व बिहार के उत्तर-पश्चिमी पश्चिमी चंपारण जिले में स्थित है। जिले का नाम चंपा वृक्षों के दो शब्द चम्पा और अरण्य अर्थात वन से लिया गया है।
वाल्मीकी टाइगर रिजर्व में पाए जाने वाले वन्य जीव
- वाल्मीकी टाइगर रिजर्व के जंगलों में पाए जाने वाले जंगली स्तनधारी बाघ, स्लोथ भालू, तेंदुआ, जंगली कुत्ता, बाइसन, जंगली सूअर , हिरण और मृग की कई प्रजातियां जैसे - भौंकने वाले हिरण, चित्तीदार हिरण, हॉग हिरण, सांभर और नीला बैल आदि पाए जाते हैं ।
- मदनपुर वन खंड में बड़ी संख्या में भारतीय उड़ने वाली लोमड़ियों को देखा जा सकता है। रिजर्व में समृद्ध पक्षीजात विविधता है। पक्षियों की 250 से अधिक प्रजातियों की सूचना मिली है।
- वाल्मीकी अभयारण्य जंगल के लगभग 800 वर्ग किलोमीटर (310 वर्ग मील) को कवर करता है और भारत में स्थापित 18वां टाइगर रिजर्व था।
- यह बाघों की संख्या के घनत्व के मामले में चौथे स्थान पर है।
- वाल्मीकी नगर नेपाल की सीमा से सटे पश्चिम चंपारण जिले बिहार के उत्तरी हिस्से में बेतिया से करीब 100 किलोमीटर (62 मील) की दूरी पर स्थित है।
विशेषता
- कैमूर वन्यजीव अभयारण्य बिहार के कैमूर जिले और रोहतास जिले में स्थित है। यह राज्य का सबसे बड़ा अभयारण्य है इसकी स्थापना 1979 में हुई थी।
- यह राज्य का सबसे बड़ा अभयारण्य है और इसका क्षेत्रफल लगभग 1,342 वर्ग किमी (518 वर्ग मील) है।
- बिहार सरकार ने इसे टाइगर रिजर्व के रूप में विकसित करने की योजना बनाई है।
कैमूर वन्यजीव अभयारण्य
- कैमूर वन्यजीव अभयारण्य में पाए जाने वाले मुख्य जानवर बंगाल बाघ, भारतीय तेंदुए, भारतीय सूअर, सुस्त भालू, सांभर हिरण, चीतल, चार सींग वाले मृग और नीलगाय हैं।
- यह निवासी पक्षियों की 70 से अधिक प्रजातियों का घर है, जो पूरे वर्ष यहीं रहते हैं।
- प्रवासी मौसम यानी सर्दियों के दौरान यह संख्या बढ़ जाती है, जब मध्य एशियाई क्षेत्र से पक्षियों का आगमन होता है।
- इस अभयारण्य में उष्णकटिबंधीय शुष्क मिश्रित पर्णपाती वन, शुष्क साल वन, बोसवेलिया वन आदि पाए जाते हैं।
- कैमूर जिले में मुख्य रूप से दो परिदृश्य शामिल हैं – पहला पहाड़ियाँ/ पठार तथा दूसरा मैदान।
- यह क्षेत्र घने जंगल एवं कर्मनाशा और दुर्गावती नदियों से घिरा होने के कारण बाघों, तेंदुओं और चिंकारों का प्राकृतिक निवास स्थान है।
- कैमूर जिले की सीमाएँ झारखंड, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से लगती हैं।
- पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन विभाग के अनुसार, बिहार में 900 किमी को बाघ के निवास स्थान के रूप में पहचाना गया था। लेकिन NTCA की आपत्ति के बाद, यह घटकर 450 किमी रह गया है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न :निम्नलिखित में से किस राज्य में कैमूर वन्यजीव अभयारण्य स्थित है?
(a) ओडिशा
(b) उत्तर प्रदेश
(c) बिहार
(d) झारखंड
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: बाघ अभयारण्य से आप क्या समझते है? यह जैव विविधता में संतुलन बनाने के लिए किस प्रकार से जिम्मेदार है स्पष्ट करें?
|