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कांवर झील : आर्द्रभूमि के अस्तित्व पर संकट

(प्रारंभिक परीक्षा : भूगोल एवं पर्यावरणीय पारिस्थितिकी, जैव-विविधता व जलवायु परिवर्तन संबंधी सामान्य मुद्दे)
(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र- 1 व 3 : भू-आकृतिक विज्ञान व पर्यावरण, सुरक्षा एवं संरक्षण)

बिहार की कांवर झील वर्तमान में भयावाह स्थिति का सामना कर रही है। 

कांवर झील के बारे में 

  • यह एशिया की सबसे बड़ी ताजे पानी की ऑक्सबो (गोखुर) झील है जिसे स्थानीय स्तर पर 'कबरताल' के नाम से जानते हैं। 
  • बेगुसराय जिले में स्थित यह झील रामसर अभिसमय के तहत बिहार की पहली व एकमात्र आर्द्रभूमि है। यह एक वर्षा आधारित झील है। 

कांवर झील में क्षरण का कारण  

  • मानसून पर अत्यधिक निर्भरता  
  • बूढ़ी गंडक नदी से झील तक पानी का मार्ग पूर्णतया बाधित
  • कृषि एवं आवास के लिए झील का अतिक्रमण 
  • यूट्रोफिकेशन के कारण पानी में घुली हुई ऑक्सीजन की कमी  

कांवर झील आर्द्रभूमि क्षरण का प्रभाव 

  • जलाशय में पक्षियों की आबादी में गिरावट 
  • मछुआरे समुदाय के आय में कमी
  • भोजन एवं मीठे पानी सहित अन्य सेवाओं में कमी 
  • बाढ़ नियंत्रण, तूफान सुरक्षा, सूखा बफरिंग, भूजल पुनर्भरण एवं निर्वहन तथा  कार्बन पृथक्करण में कमी 
  • मनोरंजन जैसी सांस्कृतिक सेवाओं में कमी

आर्द्रभूमि संरक्षण की दिशा में किए गए प्रयास

  • वैश्विक स्तर पर प्रयास 

    • वर्ष 2021-2030 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारितंत्र बहाली दशक घोषित। 
      • इसका उद्देश्य स्थलीय, जलीय और समुद्री पारिस्थितिकी प्रणालियों के संरक्षण एवं पुनर्स्थापना करना 
    • रामसर अभिसमय 
    • मोंट्रेक्स रिकॉर्ड
    • विश्व आर्द्रभूमि दिवस
  • राष्ट्रीय स्तर पर प्रयास 

    • आर्द्रभूमि (संरक्षण एवं प्रबंधन) नियम, 2017
    • पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन कार्ययोजना
    • अमृत धरोहर क्षमता निर्माण योजना, 2023 - आर्द्रभूमि बचाओ अभियान
      • इसका उद्देश्य देश भर में रामसर स्थलों की प्रकृति-पर्यटन क्षमता का उपयोग करके स्थानीय समुदायों के लिए आजीविका के अवसरों को बढ़ावा देना है। 

क्या आप जानते हैं?

  • वर्ष 1971 में अंतर्राष्ट्रीय महत्व की आर्द्रभूमि पर रामसर अभिसमय पर हस्ताक्षर करने के उपलक्ष्य में प्रतिवर्ष 2 फरवरी को विश्व आर्द्रभूमि दिवस मनाया जाता है। 
  • वर्ष 1982 से भारत इस अभिसमय का पक्षकार है और अब तक 80 आर्द्रभूमियों को रामसर साइट घोषित कर चुका है।
    • सर्वाधिक रामसर साइट्स तमिलनाडु (16 साइटें) में हैं। इसके बाद उत्तर प्रदेश (10 साइट्स) का स्थान है।
  • नेशनल वेटलैंड्स एटलस के अनुसार, भारत में 15.98 मिलियन हेक्टेयर वेटलैंड्स हैं, जो उसके भौगोलिक क्षेत्र का लगभग 4.86% है।

आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए सुझाव

  • वन संरक्षण अधिनियम की तर्ज पर आर्द्रभूमि संरक्षण अधिनियम बनाना
  • भारत में आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए नीतिगत समर्थन को बढ़ावा देना
  • आर्द्रभूमि संरक्षण के लिए लोगों की भागीदारी को बढ़ावा देना  
  • जमीनी स्तर पर जन जागरूकता को बढ़ावा देना 
  • मानव जाति के लाभ के लिए आर्द्रभूमियों के सतत उपयोग की आवश्यकता पर जोर देना 
  • आर्द्रभूमि संरक्षण एवं कल्याण से संबंधित महत्वपूर्ण निर्णय जल निकायों के अंतिम उपयोगकर्ताओं द्वारा शुरू करने का प्रयास करना  
  • सरकार को पानी का प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए आर्द्रभूमि को नदी या नहर से जोड़ना

गोखुर झील (Ox-Bow Lake) के बारे में

  • यह यू-आकार की झील या धारा पूल होती हैं। अत्यधिक विसर्पण के कारण जब मुख्य नदी की एक शाखा अलग हो जाती है, तब गोखुर झील का निर्माण होता है।
  • अनूठी विशेषताओं के कारण ये झीलें वन्यजीव समुदायों के लिए अनुकूल आवास का निर्माण करती हैं। 
    • उदाहरण के लिए, अमेज़ॅन नदी की कई ऑक्सबो झीलें विशाल नदी ऊदबिलाव के लिए एक अनुकूल आवास हैं।

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