केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने आविष्कारों के पेंटेट के प्रति जागरुकता लाने के लिये ‘बौद्धिक सम्पदा साक्षरता और जागरूकता शिक्षा अभियान’ 'कपिला' कलाम कार्यक्रम का वर्चुअल तरीके से शुभारम्भ किया।
Kalam Program for Intellectual Property Literacy and Awareness-KAPILA का शुभारम्भ स्वर्गीय डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम की 89वीं जयंती पर किया गया।
सम्बंधित तथ्य
देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिये आविष्कार करने के साथ-साथ इनका पेटेंट भी आवश्यक है।
इस अभियान के तहत उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षा प्राप्त करने वाले छात्रों को अपने आविष्कार को पेटेंट कराने के लिये आवेदन प्रक्रिया की सही जानकारी मिलेगी और वे अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होंगे।
इस अवसर पर ‘नवाचार संस्थान परिषद’ (आई.आई.सी. 2.0) की वार्षिक प्रदर्शन रिपोर्ट प्रस्तुत करने के साथ ही आई.आई.सी. 3.0 को प्रारम्भ करने की घोषणा की गई। ध्यातव्य है कि नवाचार संस्थान परिषद् की स्थापना शिक्षा मंत्रालय द्वारा 2018 में की गई थी।
साथ ही, 15 से 23 अक्टूबर के सप्ताह को 'बौद्धिक सम्पदा साक्षरता सप्ताह' के रूप में मनाने का भी निर्णय लिया गया।