केरल के कप्पड़ और चाल समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग प्रमाणन
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में केरल के कप्पड़ और चाल समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग प्रमाणन प्राप्त हुआ
प्रमुख बिंदु
कप्पड़ (कोझिकोड) और चाल (कन्नूर) समुद्र तटों को फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन (FEE) से ब्लू फ्लैग प्रमाणन मिला।
ब्लू फ्लैग प्रमाणन पर्यावरण और सुरक्षा मानकों को पूरा करने पर दिया जाता है।
महत्व
यह प्रमाणन इन समुद्र तटों की वैश्विक अपील को बढ़ाता है।
स्थायी पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाता है।
यह जिम्मेदार और सुलभ पर्यटन का प्रतीक है।
ब्लू फ्लैग प्रमाणन
ब्लू फ्लैग एक अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण प्रमाणन है
यह समुद्र तटों, मरीनाओं और नौका घाटों को उनके पर्यावरण, स्वच्छता, सुरक्षा और टिकाऊ प्रबंधन मानकों के लिए प्रदान किया जाता है।
यह प्रमाणन डेनमार्क स्थित अंतर्राष्ट्रीय संगठन फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन द्वारा प्रदान किया जाता है।
ब्लू फ्लैग का उद्देश्य पर्यावरण संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देना तथा समुद्र तटों पर उच्च मानकों को सुनिश्चित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिशानिर्देश प्रदान करना है।
ब्लू फ्लैग मानदंड
33 मानदंडों पर आधारित, जिनमें सुरक्षा, स्वच्छता, और टिकाऊ प्रथाएं शामिल हैं।
पर्यावरण शिक्षा और सूचना
शिक्षा और जागरूकता
सूचना बोर्ड:
स्वच्छता और जल गुणवत्ता
सुरक्षा
पर्यावरण प्रबंधन
नियमित निरीक्षण और निगरानी:
ब्लू फ्लैग का वैश्विक महत्व
ब्लू फ्लैग का दर्जा सिर्फ एक प्रमाणीकरण ही नहीं है, बल्कि यह समुद्र तटों की पर्यावरणीय और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रतीक भी है।
पर्यटन को बढ़ावा
ब्लू फ्लैग प्रमाणित समुद्र तटों को अंतर्राष्ट्रीय मान्यता प्राप्त है, जो पर्यटकों को आकर्षित करती है।
यह टिकाऊ पर्यटन को बढ़ावा देता है, जो पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी लाभदायक है।
सतत विकास को बढ़ावा
ब्लू फ्लैग प्रमाणित समुद्र तट पर्यावरण संरचनाओं, जलवायु परिवर्तन और प्रदूषण नियंत्रण के लिए प्रतिबद्ध हैं।
समुद्र तटों के प्रशासनिक सुधार में सहायता
फाउंडेशन फॉर एनवायरनमेंटल एजुकेशन
स्थापना – वर्ष 1981
यह एक गैर-लाभकारी संगठन है जो पर्यावरण शिक्षा के माध्यम से सतत विकास को बढ़ावा देता है।
यह मुख्य रूप से पांच पर्यावरण शिक्षा कार्यक्रमों को संचालित करता है: ब्लू फ्लैग, इको-स्कूल, यंग रिपोर्टर फॉर द एनवायरनमेंट, लर्निंग अबाउट फ़ॉरेस्ट और ग्रीन की।
यह भारत सहित 50 से अधिक देशों में काम करता है, जहां कई समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग प्रमाणन प्राप्त है।
भारत में ब्लू फ्लैग प्रमाणित समुद्र तट
अक्टूबर 2020 में, भारत के आठ समुद्र तटों को पहली बार ब्लू फ्लैग प्रमाणन प्रदान किया गया।
इन समुद्र तटों में शिवराजपुर (गुजरात), घोघला (दीव), कासरगोड (कर्नाटक), पदुबिद्री (कर्नाटक), कप्पड़ (केरल), गोल्डन (ओडिशा), रुशिकोंडा (आंध्र प्रदेश) और राधानगर (अंडमान और निकोबार) शामिल हैं।
इसके बाद, दो अन्य समुद्र तटों - ईडन (पुडुचेरी) और कोवलम (तमिलनाडु) को सितंबर 2021 में ब्लू फ्लैग प्रमाणन दिया गया।
मिनिकॉय थुंडी और कदमत समुद्र तटों को नवंबर 2022 में ब्लू फ्लैग प्रमाणन दिया गया।
कप्पड़ बीच और चाल बीच को ब्लू फ्लैग प्रमाणन मिलने के बाद देश में ब्लू फ्लैग प्रमाणन प्राप्त करने वाले समुद्र तटों की कुल संख्या 14 हो गई है।
प्रश्न - हाल ही में कप्पड़ और चाल समुद्र तटों को ब्लू फ्लैग प्रमाणन प्राप्त हुआ, ये किस राज्य से संबंधित हैं ?