कोविड-19 महामारी के दौरान बंद स्कूलों के फिर से शुरू होने के बाद से विश्व भर में बच्चों को कावासाकी रोग (के.डी.) से प्रभावित देखा जा रहा है।
कावासाकी रोग क्या है?
- कावासाकी रोग को म्यूकोस्यूटियस लिम्फ नोड सिंड्रोम भी कहा जाता है।
- इस बीमारी के कारण छोटे बच्चों (मुख्यतः 5 वर्ष से कम) की रक्त वाहिकाओं में हमेशा के लिये सूजन आ जाती है। यह बीमारी तेज़ी से आती है और इसके लक्षण चरणों में दिखाई देते हैं। इसके प्रमुख लक्षणों में बुखार, लाल आखें, हाथों-पैरों में सूजन, होंठ और गले में जलन व सूजन आदि शामिल हैं।
- इस बीमारी के दूसरे चरण के लक्षणों में जोड़ों का दर्द, पेट की दिक्कतें, जैसे- दस्त और उल्टी, हाथों व पैरों की त्वचा का छिलना आदि शामिल हैं।
- यद्यपि कोविड-19 के बाद इस रोग से बड़े उम्र के बच्चे भी ग्रस्त पाए जा रहे हैं।
- इस रोग का कारण अभी तक ज्ञात नहीं है। यह बच्चों में होने वाले हृदय रोग के प्रमुख कारणों में से एक है।
- यदि इसके लक्ष्ण जल्दी पता चल जाए तो इसका इलाज सम्भव है। इलाज के बाद ज़्यादातर बच्चे बिना किसी समस्या के ठीक हो जाते हैं।
- सर्वप्रथम वर्ष 1967 में जापान के बाल रोग विशेषज्ञ ‘टोमीसाकू कावासाकी’ (Tomisaku Kawasaki) ने इस बीमारी की पहचान की थी और जापान से बाहर पहला मामला वर्ष 1976 में अमेरिका के ‘हवाई’ (Hawaii) राज्य में देखा गया था।