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IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

खय्याम 

चर्चा में क्यों 

हाल ही में, रूस ने ईरान के उपग्रह ‘खय्याम’ को कक्षा में प्रक्षेपित किया।

प्रमुख बिंदु

  • रूस ने बैकोनूर लॉन्च केंद्र से सोयुज (Soyuz) रॉकेट के माध्यम से इस उपग्रह को प्रक्षेपित किया। रूस के अधीन यह केंद्र कज़ाकिस्तान में स्थित है।  
  • इस उपग्रह का नामकरण 11वीं-12वीं शताब्दी के फारसी वैज्ञानिक उमर खय्याम के नाम पर किया गया है।
  • ईरान के अनुसार उच्च-रिज़ॉल्यूशन कैमरे से लैस इस उपग्रह का उपयोग पर्यावरण निगरानी के लिये किया जाएगा और यह पूरी तरह से उसके नियंत्रण में रहेगा।
  • यह उपग्रह ईरान को इज़राइल और मध्य पूर्व के अन्य देशों की निगरानी करने की क्षमता प्रदान करेगा।

वैश्विक चिंताएँ 

  • ईरान के अनुसार इस उपग्रह द्वारा एकत्र की गई जानकारी तक किसी अन्य देश की पहुंच नहीं होगी तथा इसका उपयोग केवल नागरिक उद्देश्यों के लिये किया जाएगा।
  • हालाँकि, यह आरोप लगाया जा रहा है कि रूस द्वारा इसका प्रयोग यूक्रेन की निगरानी करने एवं वहाँ सैन्य कार्रवाई के लिये किया जा सकता है।
  • ईरान द्वारा नागरिक और सैन्य दोनों प्रकार के अंतरिक्ष कार्यक्रम का संचालन किया जाता हैं, अत: अमेरिका को आशंका है कि वह इसका उपयोग अपने बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को आगे बढ़ाने के लिये कर सकता है।
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