त्रिपुरा के कुछ छात्र संगठन लंबे समय से पाठ्यपुस्तकों और आधिकारिक कार्यों में कोकबोरोक भाषा के लिए रोमन लिपि के उपयोग की मांग को लेकर सरकार पर दबाव बना रहे हैं।
कोकबोरोक भाषा (Kokborok language) के बारे में
- क्या है : कोकबोरोक/काक-बराक बोरोक लोगों की एक भाषा
- इसे भौगोलिक रूप से त्रिपुरी के रूप में जाना जाता है।
- भाषा परिवार : सिनो-तिब्बती भाषा परिवार की ब्रह्मपुत्र शाखा से संबंधित
- लिपि : बंगाली एवं रोमन
- वर्तमान परिदृश्य : हाल के समय में इस भाषा की प्राचीन लिपि कोलोमा पर आधारित कोकबोरोक लिपि का आविष्कार
- भाषाई विस्तार : प्रमुख रूप से पूर्वोत्तर राज्य और उत्तराखंड के पिथौरागढ़ तथा बांग्लादेश, म्यांमार, नेपाल व भूटान जैसे पड़ोसी देश
- कोकबोरोक भाषी लोगों की कुल संख्या : लगभग 15 लाख
त्रिपुरा के संदर्भ में
- कोकबोरोक भाषी आबादी : 2011 की जनगणना के अनुसार, त्रिपुरा में कोकबोरोक बोलने वालों की संख्या लगभग 9 लाख है, जो राज्य की कुल जनसंख्या का 23.97% है।
- संबंधित समुदाय : कोकबोरोक त्रिपुरा राज्य में रहने वाले 19 समुदायों में से 9 की मातृभाषा है।
- नौ कोकबोरोक कबीले : त्रिपुरा, देबबर्मा, जमातिया, नोआतिया, मुरासिंघ, रियांग, कलई, रूपिनी, उचोवी
- आधिकारिक भाषा : बंगाली, अंग्रेजी और कोकबोरोक (जनवरी 1979 में अधिसूचित)