प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्रों में तनाव की समस्या और आत्महत्या के बढ़ते मामलों से निपटने के लिए राजस्थान में कोटा जिला प्रशासन ने 24 फरवरी, 2025 को भारत के प्रमुख कोचिंग हब में छात्र कल्याण के लिए व्यापक सुधारों की घोषणा की।
कोटा केयर्स पहल के बारे में
- हाल ही में जारी सुधार ‘कोटा केयर्स’ पहल के तहत हितधारकों के साथ व्यापक परामर्श से विकसित किए गए हैं। ये सुधार, छात्र आवास, सुरक्षा प्रोटोकॉल एवं सहायता प्रणालियों में बदलाव प्रस्तुत करते हैं। कोटा में परीक्षा की तैयारी में कोचिंग सहायता के लिए प्रतिवर्ष करीब 1.25 लाख छात्र आते हैं।
- यह योजना कोटा जिला प्रशासन ने दिसंबर 2024 में शुरू की गई थी। यह पहल छात्रों के कल्याण के लिए जिला प्रशासन, कोचिंग संस्थानों, छात्रावास संघों एवं स्थानीय समुदायों को एक साथ लाती है।
कोटा केयर्स के तहत प्रमुख सुधार
- 4,000 छात्रावासों में सुरक्षा जमा राशि को समाप्त करना
- 2,000 रुपए वार्षिक सीमा के साथ रखरखाव शुल्क का मानकीकरण
- सभी लेनदेन के लिए अनिवार्य रसीदों के साथ पारदर्शी भुगतान प्रणाली
- कमरे बदलने एवं अवकाश नीतियों के लिए स्पष्ट दिशानिर्देश
- सभी छात्रावास कर्मचारियों के लिए अनिवार्य गेटकीपर प्रशिक्षण
- सी.सी.टी.वी. एवं बायोमेट्रिक सिस्टम सहित आधुनिक सुरक्षा बुनियादी ढांचे की स्थापना
- महिला छात्रावासों के लिए महिला वार्डन के साथ विशेष प्रावधान
- ‘एंटी-हैंगिंग डिवाइस’ प्रमाण-पत्र और आग के खतरों के लिए अनापत्ति प्रमाण पत्र
- मध्यावधि अवकाश के दौरान भोजन सेवाओं तथा आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं की हर समय उपलब्धता
- कोटा केयर हेल्पडेस्क तथा छात्र सहायता केंद्रों का एक शहर-व्यापी नेटवर्क की स्थापना
- जिला प्रशासन द्वारा सुधारों के अनुपालन सुनिश्चित करने तथा निरंतर सुधार के लिए फीडबैक एकत्र करने के लिए एक निगरानी तंत्र की स्थापना