इसे भी जानिए
विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह (PVTGs) के बारे में
- परिचय : PVTGs भारत सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त आदिवासी समुदायों का एक विशेष वर्ग है, जिन्हें उनकी अत्यधिक सामाजिक-आर्थिक पिछड़ेपन, असुरक्षित जीवनशैली, और जनसंख्या में गिरावट के कारण अलग से चिन्हित किया गया है।
- यह अवधारणा पहली बार वर्ष1973 में ढेबर आयोग (Dhebar Commission) द्वारा दी गई थी।
- यह सामान्य अनुसूचित जनजातियों (Scheduled Tribes) में से ही कुछ समुदायों को विशेष रूप से कमजोर मानकर वर्गीकृत किया गया है ताकि इन्हें अतिरिक्त केंद्रित सहायता मिल सके।
- PVTG को चिन्हित करने के मानदंड (Criteria): भारत सरकार द्वारा चार मानदंडों के आधार पर किसी जनजाति को PVTG घोषित किया जाता है-
- जनसंख्या की बेहद कम दर या घटती जनसंख्या
- परंपरागत, आदिम जीवनशैली
- खेती के आदिम तरीके (shifting cultivation या जंगल पर निर्भरता)
- शैक्षणिक और तकनीकी पिछड़ापन
- कुल PVTG समूह : 75 जनजातियाँ
- सबसे अधिक PVTG वाले राज्य :ओडिशा (13 समूह), झारखंड (9 समूह)
PVTGs के लिए प्रमुख सरकारी योजनाएं और कार्यक्रम:
- PVTG के लिए विशेष केंद्रीय सहायता योजना
- वनेच्छु कल्याण योजना (VKY)
- राष्ट्रीय जनजातीय स्वास्थ्य मिशन
- वन धन योजना
- एकलव्य मॉडल आवासीय विद्यालय (EMRS)
- राष्ट्रीय पोषण मिशन
- PVTG Mission
|