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सबसे बड़ा कार्बन उत्सर्जक

संदर्भ

संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) के अनुसार, वर्ष 2019 में भवन-निर्माणक्षेत्र व निर्माण उद्योग मेंएक-तिहाई से अधिक कार्बन (CO2) उत्सर्जन हुआ। 

स्थिति

  • ‘2020 ग्लोबल स्टेटस रिपोर्ट फॉरबिल्डिंग्स एंड कंस्ट्रक्शन’ के अनुसार, वर्ष 2019 मेंभवन निर्माण कार्यों में 28% वैश्विक कार्बन उत्सर्जन हुआ। साथ ही, निर्माण उद्योग (सीमेंट, ग्लास इत्यादि) के कारण इसमें 10% की और वृद्धि हुई। इस प्रकार, वर्ष 2019 में इससे होने वाला उत्सर्जन 10 गीगाटन (Gt) के रिकॉर्ड स्तर पर रहा। 
  • रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस क्षेत्र की डी-कार्बनाइज़ेशन की गति भी धीमी हो रही है। 

कारण

  • विद्युत् उत्पादन में जीवाश्म ईंधन का अत्यधिक प्रयोग होने से CO2 उत्सर्जन में वृद्धि हुई है।
  • विद्युत् उत्पादन के लिये जीवाश्म ईंधनके अधिक प्रयोग वाले क्षेत्रों में भवन व निर्माण गतिविधियों में तेज़ी के कारण भी कार्बन उत्सर्जन में अधिक वृद्धि हुई है। 

उपाय

  • भवन और निर्माण क्षेत्र में बढ़ते उत्सर्जन को कम करने के लिये त्रि-स्तरीय रणनीति की तत्काल आवश्यकता है। इसमें शामिल हैं- निर्माण क्षेत्र में ऊर्जा की माँग को तेज़ी से कम करना, विद्युत् क्षेत्र को डी-कार्बनाइज़ (कार्बन-मुक्त) करना तथा कार्बन-उत्सर्जन चक्र को कम करने वाली सामग्रियों को अपनाना। 
  • भवन निर्माण क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता उन्मुखी निवेश में वृद्धि के साथ-साथ नवीकरणीय ऊर्जा की हिस्सेदारी में वृद्धि करनी चाहिये।
  • कार्बन उत्सर्जन को कम करने संबंधी लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिये सरकार को व्यवस्थित ढंग से डीकार्बनाइज़ेशन उपायों को लागू करना चाहिये और निम्न-कार्बन वाले भवनों में निवेश प्रोत्साहित करना चाहिये।
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