New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back GS Foundation (P+M) - Delhi: 5 May, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 11 May, 5:30 PM Call Our Course Coordinator: 9555124124 Request Call Back

लेजर-आधारित हथियार प्रणाली

चर्चा में क्यों?

  • पहली बार, भारत ने 30 किलोवाट की लेजर-आधारित हथियार प्रणाली का उपयोग करके फिक्स्ड-विंग एयरक्राफ्ट, मिसाइलों और झुंड ड्रोन (Swarm Drones) को मार गिराने की क्षमता का सफल प्रदर्शन किया है।

प्रमुख बिंदु:

  • इस उपलब्धि के साथ, भारत अब अमेरिका, चीन और रूस जैसे देशों के विशेष क्लब में शामिल हो गया है जिनके पास ऐसी उच्च शक्ति वाली लेजर-आधारित डायरेक्टेड एनर्जी वेपन (DEW) प्रणाली है।
  • प्रदर्शन DRDO के सेंटर फॉर हाई एनर्जी सिस्टम्स एंड साइंसेज (CHESS), हैदराबाद द्वारा किया गया।
  • इसका सफल क्षेत्र परीक्षण आंध्र प्रदेश के कुरनूल में किया गया।
  • इस दौरान व्हीकल माउंटेड लेजर डायरेक्टेड वेपन DEW MK-II(A) के लैंड वर्जन का उपयोग किया गया।
  • परीक्षण में इस प्रणाली ने फिक्स्ड विंग अनमैन्ड एरियल व्हीकल (UAV) और स्वार्म ड्रोन को सफलतापूर्वक निष्क्रिय किया।

लेजर-आधारित हथियार प्रणाली (DEW)

  • लेजर-आधारित हथियार प्रणाली (DEW) उच्च शक्ति वाले लेजर बीम का उपयोग करती है।
  • यह प्रणाली लक्ष्य को सटीक रूप से ट्रैक करती है।
  • लेजर बीम को लक्ष्य पर केंद्रित किया जाता है, जिससे उच्च तापमान उत्पन्न होता है।
  • इस उच्च तापमान से लक्ष्य पिघलकर नष्ट हो जाता है।
  • इसका उपयोग मिसाइल, ड्रोन, और फिक्स्ड-विंग एयरक्राफ्ट जैसे लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए किया जाता है।
  • यह प्रणाली अत्यधिक सटीक, तेज़ और लागत-कुशल होती है।
  • पारंपरिक विस्फोटक सामग्री की आवश्यकता नहीं होती।
  • यह पर्यावरण के लिए भी कम हानिकारक होती है।

प्रश्न. लेजर-आधारित हथियार प्रणाली का परीक्षण किस संगठन द्वारा किया गया था?

(a) ISRO

(b) DRDO

(c) HAL

(d) BARC

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR