(प्रारंभिक परीक्षा: राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ) (मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 2: भारत के हितों पर विकसित तथा विकासशील देशों की नीतियों व राजनीति का प्रभाव; महत्त्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय संस्थान, संस्थाएँ और मंच- उनकी संरचना, अधिदेश) |
संदर्भ
यमन की एक न्यायालय ने केरल की नर्स निमिषा प्रिया को उसके व्यापारिक साझेदार की हत्या के आरोप में में सुनाई गई मौत की सजा तथा उससे बरी होने के प्रयास ने ब्लड मनी के निहितार्थों पर पुन: ध्यान केंद्रित किया है।
क्या है ब्लड मनी
- ‘ब्लड मनी’ या ‘दीया’ का उल्लेख इस्लामी शरिया कानून में है। कई देशों ने इनके प्रावधानों को घरेलू कानूनों में शामिल किया गया है।
- ‘ब्लड मनी’ या ‘दीया’ के नियम के तहत अपराधी को पीड़ित व्यक्ति या उसकी मृत्यु होने पर उसके परिवार को एक निश्चित मात्रा में मूल्यवान संपत्ति (मुख्यत: मुद्रा) का भुगतान करना होता है।
- यह प्रथा मुख्यत: अनजाने में हुई हत्या और गैर इरादतन हत्या के मामलों में अपनाई जाती है।
- इसे उन हत्या के मामलों में भी लागू किया जाता है जहां पीड़ित के परिजन ‘क़िसास’ (शरिया के तहत प्रतिशोध का एक तरीका) के माध्यम से प्रतिशोध नहीं लेना चाहते हैं।
- इसका अंतिम लक्ष्य मानव जीवन की कीमत लगाना नहीं है, बल्कि प्रभावित परिवार की दुर्दशा एवं पीड़ा व उनकी आय में संभावित नुकसान को कम करना है।
- हालाँकि, भले ही संबंधित पक्ष ‘ब्लड मनी’ के माध्यम से सुलह कर लेते हो किंतु समुदाय एवं राज्य के पास दंड देने सहित निवारक दंड लगाने का अधिकार रहता है।
विभिन्न मुस्लिम राष्ट्रों में ब्लड मनी के नियम
सऊदी अरब
- सऊदी अरब में यातायात नियम में सड़क दुर्घटनाओं में मरने वाले पीड़ितों के उत्तराधिकारियों को ‘ब्लड मनी’ का भुगतान करने का विशेष रूप से आदेश है। इसके अलावा, अपराधी को जेल की सजा भी हो सकती है।
- ऐसे मामलों में वैधानिक कानून और शरिया एक साथ काम करते हैं। पुलिस दोषी पक्ष का निर्धारण करती है जबकि शरिया अदालत भुगतान की जाने वाली ‘ब्लड मनी’ की राशि तय करती है।
- कार्यस्थलों पर दुर्घटनाओं के लिए ब्लड मनी की राशि एक विशेष समिति द्वारा तय की जाती हैं।
- वर्ष 2022 में ऐसी चर्चा थी कि सऊदी अरब अपने ‘ब्लड मनी’ कानूनों में संशोधन करने पर विचार कर रहा है जिसमें पुरुषों, महिलाओं, मुसलमानों एवं गैर-मुसलमानों के लिए समान मौद्रिक भुगतान का प्रस्ताव है।
- हालाँकि, इस दिशा में प्रयास अभी भी सफल नहीं हुए हैं।
ईरान
ईरान में ‘ब्लड मनी’ की राशि धर्म एवं लिंग के आधार पर अलग-अलग होती है। महिला के लिए ब्लड मनी की राशि को पुरुष की तुलना में लगभग आधा तय किया गया है। हालाँकि, विभिन्न पक्षों द्वारा ‘ब्लड मनी’ को समान करने की मांग की जा रही है।
पाकिस्तान
पाकिस्तान में भी ‘दीया’ एवं ‘क़िसास’ का प्रावधान है। पाकिस्तान में आपराधिक कानून (संशोधन) अध्यादेश, 1991 के ज़रिए इन प्रावधानों को मुख्य कानूनों में शामिल किया गया है।
यमन
यमन में ब्लड मनी की राशि निर्धारण के लिए पक्षों द्वारा आम सहमति बनाई जा सकती है। हालाँकि, मुआवज़े की निष्पक्षता की न्यायिक निगरानी की जा सकती है।
ब्लड मनी बनाम प्ली बार्गेनिंग
- भारत की औपचारिक कानूनी व्यवस्था में ‘ब्लड मनी’ देने या प्राप्त करने का प्रावधान नहीं है।
- हालाँकि, भारत में अभियुक्तों को ‘प्ली बार्गेनिंग’ के माध्यम से अभियोजन पक्ष के साथ संवाद करने का एक अवसर प्रदान किया जाता है।
- इस अवधारणा को प्रत्यक्ष रूप से ‘ब्लड मनी’ के बराबर नहीं माना जा सकता है किंतु इस योजना में बताई गई प्रक्रिया के तहत अभियुक्त रियायत के बदले में किसी विशेष अपराध के लिए स्वयं को दोषी घोषित करते हुए दलील दे सकता है।
- इसे आपराधिक कानून (संशोधन) अधिनियम, 2005 के माध्यम से दंड प्रक्रिया संहिता, 1973 में अध्याय XXI A के तहत शामिल किया गया।
- ‘ब्लड मनी’ के समान ही प्ली बार्गेनिंग के माध्यम से पीड़ित को धारा 265E के तहत मुआवज़ा प्राप्त करने की अनुमति भी मिल सकती है।
- भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS), 2023 की धारा 290 में प्ली बार्गेनिंग का उल्लेख करते हुए इसे समयबद्ध बनाया गया है।
- इसके तहत आरोप तय होने की तिथि से 30 दिनों के भीतर प्ली बार्गेनिंग के लिए आवेदन किया जा सकता है।
- BNSS की धारा 293 के तहत मामले का पारस्परिक रूप से संतोषजनक निपटारा करने के लिए न्यायालय ऐसे अभियुक्त को अपराध के लिए निर्धारित सजा का एक-चौथाई/एक-छठा हिस्सा सजा दे सकता है।
सीमाएँ
- 'ब्लड मनी' का दायरा व्यापक है जबकि ‘प्ली बार्गेनिंग’ की अनुमति निम्नलिखित परिस्थितियों में लागू नहीं की जा सकती है :
- यदि किसी अपराध के तहत 7 वर्ष से अधिक के कारावास की सजा दी गई हो
- यदि अभियुक्त को पहले भी इसी तरह के अपराध के लिए दोषी ठहराया गया हो
- महिलाओं या 14 वर्ष से कम आयु के बच्चों के खिलाफ अपराधों की स्थिति में
- हत्या या बलात्कार जैसे जघन्य अपराध की स्थिति में
- इसके अलावा, अभियुक्त को स्वेच्छा से दोषी होने की दलील देने के लिए आगे आना होगा और उसे मजबूर नहीं किया जाना चाहिए।
ब्लड मनी के समान ऐतिहासिक प्रथाएँ
आयरलैंड
- आयरलैंड में सातवीं शताब्दी ई. में प्रचलित ब्रेहोन कानून ने ‘एरिक’ (शरीर की कीमत) और ‘लॉग नेनेच’ (सम्मान की कीमत) की प्रणाली थी।
- इस कानून ने अपराधों के लिए मृत्युदंड की धारणा को त्याग दिया और सौहार्दपूर्ण भुगतान के माध्यम से मामलों को हल करने की अनुमति दी।
- एरिक में मुआवज़े की राशि का निर्धारण अपराध की गंभीरता के आधार पर, जबकि लॉग नेनेच में पीड़ित की सामाजिक स्थिति के आधार पर राशि निर्धारित की जाती थी।
वेल्स
- ‘गैलनास’ वेल्स का एक प्रारंभिक कानून था जिसमें पीड़ित की स्थिति के अनुसार मुआवज़ा निर्धारित किया जाता था।
- इस नियम के तहत ‘ब्लड फाइन’ विशेषकर हत्या के मामलों में हमेशा चुकाया जाना था।
- हालाँकि, उन मामलों में छूट प्रदान की गई थी जहाँ हत्या को उचित ठहराया गया हो या परिस्थितियों के कारण माफ कर दिया गया हो।
जर्मनी
‘वेर्गेल्ड’ की अवधारणा को प्रारंभिक मध्ययुगीन जर्मनी में औपचारिक रूप दिया गया था जोको काफी हद तक ‘ब्लड मनी’ से मिलती जुलती है।
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