संदर्भ
हाल ही में, अमेरिकी राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ‘लीजन ऑफ़ मेरिट’ से सम्मानित किया है।
प्रमुख बिंदु
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अतिरिक्त यह पुरस्कार जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंज़ो आबे और ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को भी प्रदान किया गया।
- विदित है कि भारत, अमेरिका, जापान और ऑस्ट्रेलिया 'क्वाड समूह’ में शामिल हैं, जिसे हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीनी प्रभुत्व के विकल्प के रूप में देखा जाता है।
- इससे पूर्व भारत के फील्ड मार्शल के.एम. करियप्पा को वर्ष 1949 में लीजन ऑफ़ मेरिट प्रदान किया जा चुका है।
चुनाव का कारण
- यह सम्मान भारत-अमेरिका संबंधों और सामरिक भागीदारी को आगे बढ़ाने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की भूमिका के लिये दिया गया है। यह भारत और अमेरिका के लोगों के द्विपक्षीय संबंधों को बेहतर बनाने के प्रयासों को मान्यता देता है।
- मॉरिसन को वैश्विक चुनौतियों का समाधान करने और सामूहिक सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिये इससे सम्मानित किया गया है।
- शिंज़ो अबे को यह सम्मान एक स्वतंत्र हिंद-प्रशांत क्षेत्र के लिये उनके नेतृत्व और विज़न के लिये प्रदान किया गया है।
द लीजन ऑफ़ मेरिट
- ‘द लीज ऑफ मेरिट’ सम्मान को पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति फ्रेंकलिन डी. रूज़वेल्ट ने वर्ष 1942 में स्थापित किया था।
- इसे अमेरिकी सशस्त्रबलों के सदस्यों के साथ-साथ विदेशी (गैर-अमेरिकी) सशस्त्रबलों के सदस्यों और कभी-कभी राष्ट्र या सरकार के प्रमुखों को भी प्रदान किया जाता है।
- विदेशी प्राप्तकर्ताओं को यह पुरस्कार चार श्रेणियों में प्रदान किया जाता है : चीफ़ कमांडर, कमांडर, ऑफिसर और लीजनेर (Legionnaire)।