संदर्भ
महिला और बाल विकास मंत्रालय की सभी प्रमुख योजनाओं और कार्यक्रमों को तीन छत्रक योजनाओं (Umbrella Schemes) में श्रेणीबद्ध कर दिया गया है।
प्रमुख बिंदु
- इन छत्रक योजनाओं के नाम ‘मिशन पोषण 2.0’, ‘मिशन वात्सल्य’ और ‘मिशन शक्ति’ है। इसका उद्देश्य इन योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करना है।
- भोजन में पोषक तत्त्वों की मात्रा को और अधिक बढ़ाने, उनके वितरण और उन तक पहुँच को आसान बनाने तथा सकारात्मक परिणामों के लिये सरकार ने बजट में ‘पूरक पोषण कार्यक्रम’ और ‘पोषण अभियान’ का आपस में विलय करके ‘मिशन पोषण 2.0’शुरू करने का प्रस्ताव किया है। यह मिशन 112 ‘आकांक्षी ज़िलों’ में पोषण परिणामों को बेहतर करने के लिये अपनाया गया है।
- तीनों छत्रक योजनाएँ और उनमें शामिल विभिन्न योजनाएँ और कार्यक्रम-
छत्रक योजना |
शामिल की गई योजनाएँ |
सक्षम आँगनवाडी एवं मिशन पोषण 2.0 |
छत्रक समेकित बाल विकास सेवाएँ (ICDSs)-आँगनवाडी सेवाएँ, पोषण अभियान, किशोरियों के लिये योजनाएँ, राष्ट्रीय शिशु गृह (Creche) योजना |
मिशन वात्सल्य |
बाल संरक्षण सेवाएँ और बाल कल्याण योजनाएँ |
मिशन शक्ति |
संबल (वन स्टॉप सेंटर,महिला पुलिस स्वयंसेवक,महिला हेल्पलाइन/स्वाधार/उज्ज्वला/विधवा आश्रय स्थल इत्यादि) सामर्थ्य (‘बेटी बचाओ, बेटी पढाओ’;क्रेच;‘प्रधान मंत्री मातृ वंदना योजना’;जेंडर बजटिंगएवं शोध |
अन्य तथ्य
- वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार भारत की कुल जनसंख्या में महिलाओं और बच्चों का प्रतिशत लगभग 67.7है। दीर्घकालिक विकास के लिये आर्थिक, पर्यावरणीय एवं सामाजिक बदलाव में महिलाएँ प्रमुख भूमिका निभाती हैं।
- ‘मिशन शक्ति’महिलाओं के संरक्षण और सशक्तीकरण के लिये एक मिशन है। इसे महिला और बाल विकास मंत्रालय की अन्य छत्रक योजनाओं (जैसे मिशन पोषण 2.0, मिशन वात्सल्यऔर मिशन सक्षम–आँगनवाडी के समावेशन के साथ चलाया जाएगा।