New
Diwali Offer - Get upto 75% Discount on all UPSC/PCS Online, Pendrive & Test Series Courses| Call: 9555124124

पशुधन गणना और महामारी निधि परियोजना

चर्चा में क्यों?

केंद्र ने पशु स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए महामारी निधि परियोजना और पशुधन जनगणना शुरू की।

21वीं पशुधन गणना:

  • 21वीं पशुधन गणना की शुरुआत हो गई है।
    • नई दिल्ली में केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने इसकी शुरुआत की।
  • पशु जनगणना पहली बार मोबाइल ऐप से होगी।
    • इसका बड़ा फायदा यह है कि सिर्फ चार महीने में गणना पूरी कर ली जाएगी।
  • इसमे पहली बार छुट्टा जानवर जैसे गाय और कुत्तों को भी शामिल किया जा रहा है।
  •  पशुधन जनगणना नीति-निर्माण और पशुओं में बीमारियों को सीमित करने में प्रमुख भूमिका निभाएगी।

 महामारी निधि परियोजना:

  • महामारी की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए इसका शुभारंभ किया गया। 
  • ये महामारी निधि परियोजना 25 मिलियन डॉलर (करीब 200 करोड़ रुपये) की है।
  • इससे प्राप्त धनराशि पशु अस्पतालों के विकास और सुधार में सहायता करेगी।
  • सरकार 2030 तक देश से खुरपका और मुंहपका रोग तथा ब्रुसेलोसिस को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है। 

पशुधन गणना के बारे में:

  • पशुओं की संख्या को पशुधन गणना कहते हैं।
  • पशुधन गणना में, देश में मौजूद सभी पशुओं की गिनती की जाती है। 
  • भारत में पहली पशुधन गणना वर्ष1919 में हुई थी।
    • इसके बाद से प्रत्येक 5 वर्षों में एक बार पशुधन गणना की जाती है।
  • वर्ष 2019 में 20 वीं पशुधन गणना आयोजित की गई थी।

 प्रश्न. भारत में पशुधन गणना के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?

  1.  पहली यह वर्ष 1919 में हुई थी।

  2. यह प्रत्येक 5 वर्षों में एक बार की जाती है।

नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-

(a) केवल 1

(b) केवल 2

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न  तो 1 न  ही 2 

Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR
X