चर्चा में क्यों?
केंद्र ने पशु स्वास्थ्य सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए महामारी निधि परियोजना और पशुधन जनगणना शुरू की।
21वीं पशुधन गणना:
- 21वीं पशुधन गणना की शुरुआत हो गई है।
- नई दिल्ली में केन्द्रीय मत्स्य, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने इसकी शुरुआत की।
- पशु जनगणना पहली बार मोबाइल ऐप से होगी।
- इसका बड़ा फायदा यह है कि सिर्फ चार महीने में गणना पूरी कर ली जाएगी।
- इसमे पहली बार छुट्टा जानवर जैसे गाय और कुत्तों को भी शामिल किया जा रहा है।
- पशुधन जनगणना नीति-निर्माण और पशुओं में बीमारियों को सीमित करने में प्रमुख भूमिका निभाएगी।
महामारी निधि परियोजना:
- महामारी की तैयारी और प्रतिक्रिया के लिए इसका शुभारंभ किया गया।
- ये महामारी निधि परियोजना 25 मिलियन डॉलर (करीब 200 करोड़ रुपये) की है।
- इससे प्राप्त धनराशि पशु अस्पतालों के विकास और सुधार में सहायता करेगी।
- सरकार 2030 तक देश से खुरपका और मुंहपका रोग तथा ब्रुसेलोसिस को खत्म करने के लिए प्रतिबद्ध है।
पशुधन गणना के बारे में:
- पशुओं की संख्या को पशुधन गणना कहते हैं।
- पशुधन गणना में, देश में मौजूद सभी पशुओं की गिनती की जाती है।
- भारत में पहली पशुधन गणना वर्ष1919 में हुई थी।
- इसके बाद से प्रत्येक 5 वर्षों में एक बार पशुधन गणना की जाती है।
- वर्ष 2019 में 20 वीं पशुधन गणना आयोजित की गई थी।
प्रश्न. भारत में पशुधन गणना के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन सा कथन सही है?
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पहली यह वर्ष 1919 में हुई थी।
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यह प्रत्येक 5 वर्षों में एक बार की जाती है।
नीचे दिए गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न तो 1 न ही 2
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