हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को महारत्न का दर्जा
चर्चा में क्यों ?
हाल ही में हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड को महारत्न कंपनीका दर्जा मिला
अब महारत्न कंपनियों की कुल संख्या 14 हो गयी है
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL)
यह एक सरकारी स्वामित्व वाली भारतीय एयरोस्पेस और रक्षा फर्म है
यह भारतीय रक्षा मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करता है।
स्थापना - 23 दिसंबर 1940
मुख्यालय - बैंगलोर
यह विश्व के सबसे पुराने और सबसे बड़े एयरोस्पेस और रक्षा निर्माताओं में से एक है।
यह मुख्य रूप से एयरोस्पेस गतिविधियों में संलग्न है और वर्तमान में विमान, डिजाइन, हेलीकॉप्टर, जेट इंजन और उनके प्रतिस्थापन भागों के निर्माण और उत्पादन में शामिल है।
महारत्न, नवरत्न तथा मिनीरत्न
केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र उद्यम (CPSE) को उन्हें होने वाले लाभ और नेट वर्थ के आधार पर तीन श्रेणियों में वर्गीकृत किया जाता है –
महारत्न
नवरत्न
मिनीरत्न
मिनीरत्न को मिनीरत्न श्रेणी-I तथा मिनीरत्न श्रेणी-II में वर्गीकृत किया गया है।
महारत्नदर्जा प्राप्त करने के मानदंड
पहले से नवरत्न का दर्जा प्राप्त का प्राप्त हो।
विगत तीन वर्ष का औसत वार्षिक लाभ 5,000 करोड से अधिक हो।
विगत तीन वर्ष की औसत वार्षिक नेट वर्थ 15,000 करोड से अधिक हो।
विगत तीन वर्ष का औसत वार्षिक टर्न ओवर 25,000 करोड से अधिक हो।
महत्वपूर्ण वैश्विक उपस्थिति/अंतर्राष्ट्रीय संचालन होना चाहिए।
SEBI के नियमों के तहत न्यूनतम निर्धारित सार्वजनिक शेयरधारिता के साथ भारतीय स्टॉक एक्सचेंज में सूचीबद्ध हो।
नवरत्न दर्जा प्राप्त करने के मानदंड
पहले से मिनीरत्नश्रेणी-I का दर्जा प्राप्त हो।
विगत पाँच वर्षों में से तीन में समझौता ज्ञापन प्रणाली के तहत बहुत अच्छी या उत्कृष्ट रेटिंग प्राप्त की हो।
निम्नलिखित छह प्रदर्शन मापदंडों में 60 अंक या उससे अधिक का स्कोर प्राप्त किया हो –
प्रति शेयर कमाई-10 अंक
शुद्ध पूंजी और शुद्ध लाभ- 25 अंक
उत्पादन की कुल लागत के सापेक्ष जनशक्ति(Manpower) पर आने वाली लागत-15 अंक
कारोबार पर ब्याज और करों से पहले अर्जित लाभ - 15 अंक
नियोजित पूंजी के लिए मूल्यह्रास, ब्याज और करों से पहले अर्जित लाभ - 15 अंक
अंतर-क्षेत्रीय प्रदर्शन- 20 अंक
मिनीरत्न श्रेणी-I दर्जा प्राप्त करने के मानदंड
विगत तीन वर्षों में निरंतर लाभ अर्जित किया हो।
विगत तीन वर्षों में कम-से-कम एक वर्ष में कर पूर्व 30 करोड़ रूपए या अधिक का लाभ अर्जित किया हो।
सकारात्मक निवल मूल्य हो।
मिनीरत्न श्रेणी-II दर्जा प्राप्त करने के मानदंड
विगत तीन वर्षो में निरंतर लाभ अर्जित किया हो।
सकारात्मक निवल मूल्य हो।
प्रश्न - हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड की स्थापना कब हुई थी ?