मालाबार नौ-सैन्य अभ्यास शृंखला वर्ष 1992 में भारतीय नौ-सेना और अमेरिकी नौ-सेना के बीच द्विपक्षीय संयुक्त नौ-सैनिक अभ्यास के रूप में शुरू हुआ था।
वर्ष 2015 में जापान इस नौ-सेना अभ्यास में शामिल हुआ था।
आयोजन स्थल
वर्ष 2018 में यह वार्षिक नौसैन्य अभ्यास फिलीपींस सागर में गुआम तट पर आयोजितकिया गया था।
वर्ष 2019 में इसका आयोजन जापान तट पर हुआ था और वर्ष 2020 के अंत तक इसके बंगाल की खाड़ी और अरब सागर में आयोजित होने की उम्मीद है।
महत्त्व
समुद्री सुरक्षा क्षेत्र में भारत अन्य देशों के साथ सहयोग कर रहा है और ऑस्ट्रेलिया के साथ रक्षा क्षेत्र में सहभागिता बढ़ाने के लिये भी प्रयासरत् है। अत: इस बार मालाबार नौसैनिक अभ्यास 2020 में ऑस्ट्रेलियाई नौसेना की भागीदारी भी देखी जाएगी।
इस प्रकार, यह अभ्यास औपचारिक रूप से ‘क्वाड समूह’ के चारों देशों की सेनाओं को साथ लाएगा। यह हिंद-प्रशांत क्षेत्र के चार प्रमुख देशों के मध्य ‘गहरे विश्वास’ का द्योतक है।
इस वर्ष मालाबार अभ्यास को 'समुद्र में-सम्पर्क रहित' (नॉन कॉन्टेक्ट एट सी) प्रारूप पर योजनाबद्ध किया गया है। यह अभ्यास इसमें भाग लेनेवाले देशों की नौसेनाओं के बीच समन्वय तथा सहयोग को और अधिक मज़बूत करेगा।
मालाबार नौसैनिक अभ्यास 2020 में हिस्सा लेने वाले देश समुद्री क्षेत्र में सुरक्षा और सुरक्षा बढ़ाने के लिये तत्पर हैं।
ये देश सामूहिक रूप से स्वतंत्र, खुले और समावेशी हिंद-प्रशांत सागर क्षेत्र का समर्थन करते हैं तथा एक नियम आधारित अंतर्राष्ट्रीय सीमा व्यवस्था के लिये प्रतिबद्ध हैं।