एक हालिया सर्वेक्षण के प्रारंभिक परिणामों के अनुसार, वर्ष 1950 के दशक में मलेशिया में लगभग 3,000 मलायन टाइगर (बाघ) थे। इनकी संख्या वर्ष 2022 तक 150 से भी कम हो गई है।
यह मलेशिया का राष्ट्रीय पशु भी है। कई बाघों की मौत के कारण कुछ लोग इस स्थिति को 'राष्ट्रीय आपातकाल' के तौर पर मान रहे हैं।
इसके अनुसार, बाघों की अन्य प्रजातियां, जैसे- बाली टाइगर, कैस्पियन टाइगर एवं जावा टाइगर पहले ही विलुप्त हो चुके हैं।
मलायन टाइगर के बारे में
येमलेशिया के राष्ट्रीय प्रतीक हैं, जिसकी नारंगी रंग और पतली काली धारियों को देश के राज्य-चिह्न पर भी दर्शाया गया है।
यह सबसे छोटी बाघ प्रजातियों में से एक है। इसको विगत दो दशकों से बाघ की केवल एक उप-प्रजाति के रूप में मान्यता दी गई है।
हालांकि, पहले यह माना जाता था कि यह इंडोचाइनीज बाघ की ही प्रजाति है।
इसका वैज्ञानिक नाम ‘पैंथेरा टाइग्रिस जैक्सनि (Panthera tigris jacksoni)/पैंथेरा टाइग्रिस मलेयेन्सिस (Panthera tigris malayensis) है।
ये आमतौर पर प्रायद्वीपीय मलेशिया के साथ-साथ सिंगापुर द्वीप के जोहोर जलडमरूमध्य क्षेत्र में पाए जाते हैं।
इनकी उपस्थिति को समुद्र तल से 2,000 मीटर ऊपर तक दर्ज किया गया है।
ये उत्कृष्ट तैराक होते हैं। कुछ विशेष स्थितियों को छोड़कर ये प्राय: एकांतवासी जानवर होते हैं।
मलायन टाइगर को खतरा
पर्यावास की हानि और अवैध शिकार
मानव पशु संघर्ष
जलवायु परिवर्तन
आहार की कमी आदि।
संरक्षण स्थिति
IUCN स्थिति : अतिसंकटग्रस्त (Critically Endangered)
वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 2010 के तहत संरक्षित : यह अधिनियम मलेशिया में वन्यजीवों के विनियमन, सुरक्षा, संरक्षण और प्रबंधन का प्रावधान करता है।
यह अधिनियम प्रायद्वीपीय मलेशिया और संघीय क्षेत्र लाबुआन पर लागू होता है।