चर्चा में क्यों
हाल ही में, 'मानगढ़ धाम की गौरव गाथा' नामक एक सार्वजनिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया और आदिवासी नेता गोविंद गुरु को श्रद्धांजलि अर्पित की गयी।
प्रमुख बिंदु
- मानगढ़ पहाड़ी राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में स्थित है। मानगढ़ पहाड़ी भील समुदाय और राजस्थान, गुजरात तथा मध्य प्रदेश की अन्य जनजातियों के लिये विशेष महत्व रखती है।
- यहाँ 17 नवंबर, 1913 को श्री गोविंद गुरु के नेतृत्व में भील जनजाति के लोगों पर अंग्रेजों ने गोलियाँ चलाईं, जिसमें लगभग 1500 आदिवासी शहीद हुए।
- गोविंद गुरु ने जनजातीय समुदाय के अधिकारों के लिये अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई के साथ ही अपने समुदाय की बुराइयों के खिलाफ भी अभियान चलाया था। इसलिये उन्हें समाज सुधारक, आध्यात्मिक गुरु, संत और एक लोक नेता की संज्ञा दी जाती है।
- मानगढ़ पहाड़ी को ‘आदिवासी जलियाँवाला बाग’ के नाम से भी जाना जाता है। साथ ही, राष्ट्रीय स्मारक प्राधिकरण द्वारा इसे ‘राष्ट्रीय महत्त्व का स्मारक’ घोषित करने की सिफारिश की जा चुकी है।
अन्य प्रमुख आदिवासी संग्राम
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संघर्ष का नाम
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संबंधित प्रमुख बिंदु
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संथाल संग्राम
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तिलका मांझी के नेतृत्व में 1780 के दशक में
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लरका आंदोलन
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1830-32 में बुधु भगत के नेतृत्व में
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सिद्धू-कान्हू क्रांति या हूल क्रांति
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1855 में सिद्धू मुर्मू और कान्हू मुर्मू के नेतृत्व में
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