- हाल ही में प्रसिद्ध अर्थशास्त्री मनोज पांडा को 16वें वित्त आयोग का सदस्य नियुक्त किया गया
- ये निरंजन राज्याध्यक्ष का स्थान लेंगे, जिन्होंने व्यक्तिगत कारणों से वित्त आयोग से इस्तीफा दे दिया था।
वित्त आयोग
- यह एक संवैधानिक तथा अर्ध-न्यायिक निकाय होता है
- राष्ट्रपति द्वारा इसका गठन संविधान के अनुछेद 280 के तहत प्रत्येक 5 वर्ष में किया जाता है
- इसका मुख्य कार्य केंद्र सरकार और राज्य सरकारों के बीच राजस्व संसाधनों का आवंटन करना है
- वित्त आयोग अपनी रिपोर्ट राष्ट्रपति को सौंपता है, जिसे राष्ट्रपति द्वारा संसद के दोनों सदनों के समक्ष प्रस्तुत किया जाता है।
- इसकी सिफारिशें सलाहकारी प्रवृत्ति की होती हैं, इसे मानना या ना मानना सरकार पर निर्भर करता है।
- प्रथम वित्त आयोग वर्ष 1951 में गठित किया गया था
- वित्त आयोग में एक अध्यक्ष और चार अन्य सदस्य शामिल होते हैं।
16वां वित्त आयोग
- 16वें वित्त आयोग का गठन वर्ष 2023 में किया गया था
- नीति आयोग के पूर्व उपाध्यक्ष अरविंद पनगढ़िया को इसका अध्यक्ष बनाया गया था।
- यह अपनी सिफारिशें 31 अक्टूबर, 2025 तक उपलब्ध करायेगा
- इसकी सिफारिशें 1 अप्रैल, 2026 से अगले पांच वर्षों की अवधि के लिए लागू होंगी
16वें वित्त आयोग के सदस्य
- अध्यक्ष - डॉ. अरविंद पनगड़िया
- सदस्य -
- अजय नारायण झा
- एनी जॉर्ज मैथ्यू
- मनोज पांडा
- सौम्य कांति घोष