हाल ही में, केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने जम्मू में मानसर झील विकास योजना का उद्घाटन किया।
इस परियोजना के लागू होने के बाद, मानसर क्षेत्र में प्रति वर्ष पर्यटकों / तीर्थयात्रियों की संख्या मौजूदा 10 लाख से बढ़कर 20 लाख हो जाएगी।
साथ ही मानसर कायाकल्प योजना से लगभग 1.15 करोड़ मानव-दिन रोज़गार सृजित होने और प्रतिवर्ष 800 करोड़ रुपये से अधिक की आय होने का अनुमान व्यक्त किया गया है।
जम्मू-कश्मीर के सकल घरेलू उत्पाद में पर्यटन का योगदान 7% है।
नमामि गंगे और गंगा सफाई परियोजना के समान ही देविका नदी और मानसर झील के कायाकल्प और नवीकरण परियोजनाओं को शुरू किया गया है।
देविका नदी को माँ गंगा की बहन भी कहा जाता है और मानसर झील का उल्लेख महाभारत के प्राचीन लेखों में भी मिलता है।
अन्य महत्त्वपूर्ण बिंदु
ध्यातव्य है कि जम्मू-कश्मीर को लाभ पहुँचाने के उद्देश्य से कुछ समय पूर्व शाहपुर कंडी सिंचाई परियोजना और उझ बहुउद्देशीय परियोजना पुनः प्रारम्भ की गई हैं। पंजाब राज्य में जम्मू-कश्मीर और पंजाब की सीमा पर रावी नदी पर शाहपुर कंडी परियोजना का निर्माण किया जा रहा है।
उझ बहुउद्देशीय परियोजना का निर्माण उझ नदी पर जम्मू-कश्मीर के कठुआ ज़िले में करने की योजना है। उझ नदी रावी नदी की एक प्रमुख सहायक नदी है।
विदित है कि रियासी (Reasi) ज़िले में निर्माणाधीन चिनाब रेल ब्रिज बनकर तैयार होने के बाद विश्व का सबसे ऊँचा रेलवे पुल होगा।