(प्रारंभिक परीक्षा : समसामयिक घटनाक्रम ) |
संदर्भ
हाल ही में पूर्वी अफ्रीकी देश रवांडा में घातक मारबर्ग वायरस के लगातार मामले बढ़ रहे है जिससे इस अफ़्रीकी देश में पहला मारबर्ग मामला सामने आने के बाद से कम से कम 12 लोगों की मृत्यु हो चुकी है।
मारबर्ग वायरस (Marburg virus) के बारे में
- इस वायरस से होने वाला ‘मारबर्ग वायरस रोग’ (MVD) एक अत्यधिक घातक बीमारी है जो रक्तस्रावी बुखार का कारण बनती है, जिसमें मृत्यु दर 88% तक होती है।
- यह दुनिया के 10 सबसे घातक वायरल संक्रमणों में से एक है जो इबोला वायरस के समान ही ‘फिलोवायरस’ परिवार से संबंधित है।
- इसका पहला मामला वर्ष 1967 में जर्मनी के मारबर्ग में दर्ज़ किया गया था।
संक्रमण एवं प्रसार
- मारबर्ग वायरस के संक्रमण और लक्षणों की शुरुआत के मध्य 2 से 21 दिनों का अंतराल होता है।
- लक्षण : विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, शुरुआती लक्षणों में तेज बुखार, सिरदर्द, मांसपेशियों में दर्द, तेज पानी जैसा दस्त, पेट में दर्द और ऐंठन एवं उल्टी शामिल हैं।
- मारबर्ग वायरस एक प्रकार का 'जूनोटिक' वायरस है जो जानवर से इंसानों में फैलता है। इसके संक्रमण के लिए मुख्य रूप से गुफा और खदानों में रहने वाले ‘रूसेटस एजिप्टीकस चमगादड़’ उत्तरदायी हैं।
- WHO के अनुसार मारबर्ग मानव-से-मानव संक्रमण के माध्यम से भी प्रसारित होता है।
- मनुष्यों में यह वायरस रक्त, मूत्र या लार जैसे शारीरिक तरल पदार्थों के माध्यम से फैलता है। हालाँकि, वायु एवं जल की बूंदों के माध्यम से इनका संक्रमण अत्यंत दुर्लभ है।
निदान (Diagnosis)
- MVD को मलेरिया, टाइफाइड बुखार, शिगेलोसिस, मेनिन्जाइटिस और अन्य वायरल रक्तस्रावी बुखार जैसे अन्य संक्रामक रोगों से चिकित्सकीय रूप से अलग करना कठिन है।
- निम्नलिखित निदान विधियों का उपयोग करके मारबर्ग वायरस संक्रमण की पहचान की जाती है –
- एंटीबॉडी एंजाइम-लिंक्ड इम्यूनोसोर्बेंट परख (ELISA)
- एंटीजन पहचान परीक्षण
- सीरम न्यूट्रलाइजेशन परीक्षण
- रिवर्स-ट्रांसक्रिपटेस पॉलीमरेज़ चेन रिएक्शन (RT-PCR)
- कोशिका संवर्धन द्वारा वायरस पृथक्करण
उपचार
- वर्तमान में, MVD के लिए कोई स्वीकृत टीका या विशिष्ट उपचार उपलब्ध नहीं हैं। WHO के अनुसार मौखिक या अंतःशिरा तरल पदार्थों के साथ पुनर्जलीकरण (rehydration with oral or intravenous fluids) और विशिष्ट लक्षणों का उपचार किया जाता है।