हाल ही में गुजरात का मसाली गांव देश का पहला सौर सीमा गांव बन गया है।
यह गुजरात के बनासकांठा जिले में पाकिस्तान सीमा से 40 किलोमीटर दूर स्थित है।
पीएम सूर्याघर योजना के तहत 800 लोगों की आबादी वाले मसाली गांव में कुल 119 घरों पर सोलर रूफटॉप लगाए गए हैं।
इस गांव के घरों से 225 किलोवाट से अधिक बिजली पैदा होती है।
इस परियोजना को पूरा करने के लिए 1 करोड़ 16 लाख रुपये खर्च किए गए
इसमें पीएम सूर्यघर योजना के तहत 59.81 लाख रुपये की सब्सिडी, 20.52 लाख रुपये का सार्वजनिक योगदान और 35.67 लाख रुपये का सहयोग CSR के तहत किया गया.
पीएम सूर्यघर योजना
भारत सरकार ने सौर रूफटॉप क्षमता की हिस्सेदारी बढ़ाने और आवासीय घरों को अपनी बिजली पैदा करने के लिए सशक्त बनाने के लिए 29 फरवरी, 2024 को पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना शुरू की
इस योजना का परिव्यय 75,021 करोड़ रुपये है
इसे वित्त वर्ष 2026-27 तक लागू किया जाना है।
इस योजना में 2 किलोवाट क्षमता तक की प्रणालियों के लिए सौर इकाई लागत का 60% और 2 से 3 किलोवाट क्षमता के बीच की प्रणालियों के लिए अतिरिक्त प्रणाली लागत का 40 प्रतिशत सब्सिडी प्रदान की जाती है।
सब्सिडी की सीमा 3 किलोवाट क्षमता तक सीमित रखी गई है।
योजना के लिए आवेदन करने हेतु कौन पात्र हैं?
आवेदक भारतीय नागरिक होना चाहिए।
एक ऐसा घर होना चाहिए जिसकी छत सौर पैनल लगाने के लिए उपयुक्त हो।
घर में वैध बिजली कनेक्शन होना चाहिए।
परिवार को सौर पैनलों के लिए किसी अन्य सब्सिडी का लाभ नहीं उठाना चाहिए।
इस योजना का उद्देश्य देश में नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा देना और पर्यावरण की रक्षा करना है.
प्रश्न - देश का पहला सौर सीमा गांव मसाली किस राज्य में स्थित है ?