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मज़्म-उल-बहरैन 

चर्चा में क्यों

हाल ही में, उपराष्ट्रपति श्री जगदीप धनखड़ ने मुगल राजकुमार दारा शिकोह के ‘मज़्म-उल-बहरैन’ का अरबी संस्करण जारी किया।

‘मज़्म-उल-बहरैन’

  • ‘मज़्म-उल-बहरैन’ का तात्पर्य है दो समुद्रों का संगम। यह पुस्तक 1654-55 में फारसी में एक संक्षिप्त ग्रंथ के रूप में लिखी गई थी। इसके हिंदी संस्करण को समुद्र संगम ग्रंथ कहा जाता है। 
  • यह दो धर्मों के बीच तुलनात्मक अध्ययन पर आधारित है और भारत के लोगों में एकता की भावना को मजबूत करने में मदद करती है।
  • इसमें दारा शिकोह ने हिंदू धर्म (वेदांत) और इस्लाम (सूफीवाद) के मध्य समानताओं को रेखांकित किया है। इससे वे इस निष्कर्ष पर पहुंचे कि इस्लाम और हिंदू धर्म के बीच केवल मौखिक अंतर है।

अतुल्य भारत देश मेरा

  • इस अवसर पर ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के उपलक्ष्य में ‘अतुल्य भारत देश मेरा’ गीत का भी विमोचन किया गया। 
  • श्री कृष्णा अधिकारी द्वारा लिखित इस गीत को नेपाल के मशहूर गजल गायक श्री आनंद कार्की ने गाया है।

दारा शिकोह 

  • दारा शिकोह मुगल बादशाह शाहजहाँ का सबसे बड़ा पुत्र और अपेक्षित उत्तराधिकारी था। वह एक विलक्षण प्रतिभा वाला व्यक्ति, एक कुशल कवि और संस्कृति का अध्येता था। उसने सामाजिक सौहार्द्र और धार्मिक एकता के लिये विभिन्न धर्मों के बीच विमर्श को बढ़ावा देने का प्रयास किया।
  • दारा रूढ़िवादी औरंगजेब के विपरीत एक उदार तथा व्यापक विचारों वाला मुसलमान था। वह कला का महान संरक्षक था। उसका झुकाव सैन्य गतिविधियों के बजाय दर्शन और रहस्यवाद की ओर अधिक था।

ऐतिहासिक विरासत

  • दारा शिकोह को पदशहज़ादा-ए-बुज़ुर्ग मर्तबा (उच्च रैंक का राजकुमार) की उपाधि से सम्मानित किया गया था। शाहजहाँ और उनकी बड़ी बहन राजकुमारी जहाँआरा बेगम ने उत्तराधिकारी के रूप में इसका समर्थन किया।
  • उसने भगवत गीता, योग वशिष्ठ और उपनिषदों जैसे महत्वपूर्ण ग्रंथों का संस्कृत से फारसी में अनुवाद कराया। उपनिषदों का अनुवाद सिर्र-ए-अकबर नाम से किया गया। उसका मानना था कि उपनिषद और कुरान के 'अल-किताब अल-मकनून' (द हिडन बुक) में समानता है।
  • वर्ष 1657 में शाहजहाँ की बीमारी के बाद उत्तराधिकार का युद्ध हुआ। इसमें दारा को उसके छोटे भाई अबुल मुज़फ्फर मुहिउद्दीन मुहम्मद (औरंगजेब) ने पराजित किया था। वर्ष 1659 में औरंगजेब के आदेश पर उसे मृत्यु के घाट उतार दिया गया।
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