चर्चा में क्यों ?
- हाल ही में भारतीय पेट्रोलियम एवं ऊर्जा संस्थान ने नदी के गंदे जल के संशोधन की एक विधि की खोज की।
- इसका नाम 'झिल्ली की सतह संशोधन तकनीक' रखा गया है।
'झिल्ली की सतह संशोधन तकनीक'
- इस विधि में जल निकाय की सतह को संशोधित किया जाता है, ताकि जल में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ाया जा सके।
- गंदे जल में सूर्य का प्रकाश नहीं पहुँच पाता है और ऐसे जल में ऑक्सीजन की भी कमी हो जाती है
- यह विधि जल के संशोधन की प्रक्रिया में गैर-विषाक्त गैसों का उपयोग करती है और रसायनों की आवश्यकता को कम करती है।
- यह दूषित जल के उपचार के लिए एक पर्यावरण अनुकूल समाधान है।
- इस तकनीकी से विभिन्न क्षेत्रों में जल के उपचार में मदद मिलेगी-
- फार्मास्यूटिकल्स
- खाद्य प्रसंस्करण
- कपड़ा और जैव प्रौद्योगिकी उद्योग; आदि
भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान
- भारतीय पेट्रोलियम और ऊर्जा संस्थान एक 'राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है
- इसकी स्थापना वर्ष 2016 में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत की गई थी
- यह विशाखापत्तनम , आंध्र प्रदेश में स्थित है