चर्चा में क्यों
कैम्ब्रिज और एक्सेटर विश्वविद्यालयों के शोधकर्ताओं के अनुसार, 500 पुरुषों में से लगभग 1 पुरुष में एक अतिरिक्त X या Y गुणसूत्र पाया जा सकता है। इससे संबंधित अध्ययन ‘जेनेटिक्स इन मेडिसिन’ में प्रकाशित किया गया है।
प्रभाव
- इन अतिरिक्त गुणसूत्रों से पुरुषों में टाइप 2 मधुमेह, एथेरोस्क्लेरोसिस (Atherosclerosis) और थ्रोमबोसिस (Thrombosis) जैसी बीमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
- विदित है कि लिंग गुणसूत्र (Sex Chromosomes) मनुष्यों के जैविक लिंग का निर्धारण करते हैं। पुरुषों में सामान्यत: XY गुणसूत्र पाए जाते हैं, जबकि महिलाओं में XX गुणसूत्र पाए जाते हैं। हालाँकि, इस अध्ययन में कुछ पुरुषों में XXY या XYY गुणसूत्र पाए गए हैं।
- उल्लेखनीय है कि XXY या XYY गुणसूत्र वाले बहुत ही कम पुरुषों के मेडिकल रिकॉर्ड में असामान्य लिंग गुणसूत्र की जानकारी (Diagnosis) थी।
अध्ययन के निष्कर्ष
- शोधकर्ताओं ने पाया कि XXY गुणसूत्र वाले पुरुषों में प्रजनन संबंधी समस्याओं की संभावना बहुत अधिक होती है। इससे यौवनारंभ में देरी (Delayed Puberty) का जोखिम तीन गुना अधिक और निःसंतान होने का जोखिम चार गुना अधिक होता है। इन पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन की रक्त सांद्रता भी अत्यधिक कम पाई गई।
- हालाँकि, XYY वाले पुरुषों में प्रजनन तंत्र की स्थिति सामान्य पाई गई। साथ ही, XXY या XYY गुणसूत्र वाले पुरुषों में कई अन्य स्वास्थ्य जोखिमों की भी संभावना अधिक होती है।
- ऐसे पुरुषों में टाइप 2 मधुमेह होने की संभावना तीन गुना अधिक, वेनस थ्रोमबोसिस (Venous Thrombosis) के विकसित होने की संभावना छह गुना अधिक, फुफ्फुसीय अन्त:शल्यता (Pulmonary Embolism) की संभावना तीन गुना अधिक और दीर्घकालिक प्रतिरोधी फुफ्फुसीय रोग (Chronic Obstructive Pulmonary Disease : COPD) से पीड़ित होने की संभावना चार गुना अधिक होती है।