(प्रारंभिक परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र-1 राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ) |
संदर्भ
हाल ही में अमेरिका ने अपने विदेशी सैन्य बिक्री कार्यक्रम के तहत भारत को एमएच-60R बहुउद्देशीय हेलीकॉप्टरों के लिए सहायक उपकरण की बिक्री हेतु 1.17 बिलियन डॉलर के सौदे को मंजूरी दे दी है।
- भारतीय नौसेना द्वारा इसी वर्ष INS गरुड़ में MH-60R सीहॉक मल्टी-रोल हेलीकॉप्टर के पहले स्क्वाड्रन को शामिल किया गया है।
![](https://www.sanskritiias.com/uploaded_files/images/MH-60R_HELICOPTER.jpg)
MH-60R हेलीकॉप्टर के बारे में
- निर्माण : MH-60R हेलीकॉप्टरों का निर्माण अमेरिकी रक्षा और एयरोस्पेस कंपनी लॉकहीड मार्टिन की सहायक कंपनी सिकोरस्की द्वारा किया जा रहा है।
- लॉकहीड मार्टिन ने MH-60R सीहॉक हेलीकॉप्टर (Seahawk helicopter) या 'रोमियो'(Romeo)को पनडुब्बी रोधी और सतही युद्ध विरोधी प्लेटफॉर्म के रूप में वर्णित किया है।
- अर्थात यह दुश्मन की पनडुब्बियों एवं सतही जहाजों दोनों को नष्ट कर सकता है। यह तट-आधारित सुविधाओं और जहाजों दोनों से संचालित किया जा सकता है।
- सीहॉक, ब्लैकहॉक हेलीकॉप्टर का एक समुद्री संस्करण है। जिसका उपयोग खोज एवं बचाव (search and rescue), चिकित्सा निकासी (medical evacuation), कमांड एवं नियंत्रण (command and control) और ऊर्ध्वाधर पुनःपूर्ति मिशनों (vertical replenishment missions) में भी किया जाता है।
- लॉकहीड मार्टिन द्वारा निर्मित MH-60R हेलीकॉप्टरों का प्रयोग अमेरिकी नौसेना समेत कई देशों की नेवी द्वारा किया जाता है।
- यह हेलीकॉप्टर 95 % उड़ान तत्परता और उपलब्धता को सक्षम बनाता है, जो किसी भी अन्य समुद्री हेलीकॉप्टर में उपलब्ध नहीं है।
विशेषताएँ
- MH-60R हेलीकॉप्टर में विभिन्न एडवांस्ड डिजिटल सेंसर, जैसे मल्टी-मोड रडार (multi-mode radar), इलेक्ट्रॉनिक सपोर्ट मेजर सिस्टम(electronic support measures system), इलेक्ट्रो-ऑप्टिकल/इन्फ्रारेड कैमरा(electro-optical or infrared camera), डेटालिंक (datalink), एयरक्राफ्ट सर्वाइवेबिलिटी सिस्टम(aircraft survivability systems), डिपिंग सोनार (dipping sonar) और सोनोबॉय (sonobuoys) आदि शामिल हैं।
- रोमियो का एकीकृत मिशन सिस्टम समुद्र की सतह और समुद्र के नीचे के क्षेत्र की पूरी स्थितिगत तस्वीर बनाने के लिए इसके सेंसर द्वारा एकत्र किए गए डाटा को प्रोसेस करता है तथा इससे मिलने वाले परिणाम आधार पर यह जहाजों तथा पनडुब्बियों को ट्रैक, लक्षित एवं नष्ट कर सकता है।
- इसमें मार्क 54 एंटी-सबमरीन टॉरपीडो, हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलें, रॉकेट और चालक दल द्वारा संचालित बंदूकें (crew-served guns) शामिल हैं।
भारतीय नौसेना के लिए MH-60R का महत्व
- ये सीहॉक्स समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने और क्षेत्रीय स्थिरता बनाए रखने के लिए भारत की क्षमता को मजबूत करते हैं।
- इस समझौते से भारत की पनडुब्बी रोधी युद्ध क्षमताओं को उन्नत करके वर्तमान और भविष्य के खतरों को रोकने की क्षमता में सुधार होगा।
- वर्तमान में चीन की हिंद महासागर क्षेत्र में तेजी से बढ़ती आक्रामकता के समय में यह समझौता भारतीय नौसेना के लिए और महत्वपूर्ण हो जाता है।