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IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

मंकीपॉक्स

चर्चा में क्यों 

हाल ही में, केरल में भारत के पहले मंकीपॉक्स मामले की पुष्टि की गई। 

प्रमुख बिंदु 

  • मंकीपॉक्स एक दुर्लभ बीमारी है जो मंकीपॉक्स विषाणु के संक्रमण से होती है। यह विषाणु पॉक्सविरिडे (Poxviridae) परिवार के ऑर्थोपॉक्स वायरस वंश से संबंधित है। 
  • यह डबल-स्ट्रैंडेड डी.एन.ए. विषाणु है। 
  • इसका संक्रमण पहली बार वर्ष 1958 में शोध के लिये रखे गए बंदरों की कॉलोनियों में दर्ज़ किया गया जिसके कारण इसका नाम 'मंकीपॉक्स' रखा गया। 
  • मनुष्यों में इसका पहला मामला वर्ष 1970 में कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में पाया गया। 
  • यह एक प्रकार की जूनोटिक बीमारी है। इस विषाणु के वाहक जानवर मुख्यत: उष्णकटिबंधीय वर्षा वनों में पाए जाते हैं। 
  • इनमें गिलहरी, गैम्बियन चूहे, डॉर्मिस और बंदरों की कुछ प्रजातियाँ शामिल। 

लक्षण  

  • प्रारंभिक लक्षण- बुखार, सिरदर्द, सूजन, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द
  • शरीर पर दाने का उभरना
  • इसकी शुरुआत चेहरे से होती हैं किंतु ये हथेलियों एवं तलवों में ज्यादा होते हैं। 
  • मंकीपॉक्स का अभी तक कोई सुरक्षित और प्रमाणिक चिकित्सा उपलब्ध नहीं। 
  • चेचक का टीका इसे रोकने में 85% प्रभावी।
  • एंटीवायरल दवाएँ भी सहायक।  
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