भारत का सेमीकंडक्टर मिशन
- इसे वर्ष 2021 में लांच किया गया था।
- उद्देश्य :
- भारत में एक स्थायी सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले पारिस्थितिकी तंत्र विकसित करना
- आयात पर निर्भरता कम करना
- सेमीकंडक्टर विनिर्माण में भारत को वैश्विक नेता के रूप में स्थापित करना
- वित्तीय परिव्यय : इलेक्ट्रॉनिक्स और आईटी मंत्रालय (MeitY) के तहत ₹76,000 करोड़।
- सेमीकंडक्टर मिशन के घटक :
- सेमीकंडक्टर फैब्स के लिए योजना: इसके अंतर्गत सेमीकंडक्टर फैब्स की स्थापना के लिए पात्र आवेदकों को वित्तीय सहायता प्रदान की जाती है। इसका उद्देश्य देश में सेमीकंडक्टर वेफर फैब्रिकेशन सुविधाएं स्थापित करने के लिए बड़े निवेश को आकर्षित करना है।
- डिस्प्ले फैब के लिए योजना : इसका उद्देश्य देश में TFT LCD / AMOLED आधारित डिस्प्ले फैब्रिकेशन सुविधाएं स्थापित करने के लिए बड़े निवेश को आकर्षित करना है। इसके तहत डिस्प्ले फैब की स्थापना के लिए वित्तीय सहायता प्रदान के प्रावधान हैं।
- मिश्रित सेमीकंडक्टर के लिए योजना : यह योजना भारत में कम्पाउंड सेमीकंडक्टर, सिलिकॉन फोटोनिक्स (SiPh), सेंसर फैब और आउटसोर्स सेमीकंडक्टर असेंबली एवं टेस्ट सुविधाओं की स्थापना के लिए पूंजीगत व्यय का 30% तक वित्तीय समर्थन प्रदान करती है।
- डिजाइन लिंक्ड इंसेंटिव (DLI) योजना : इसके तहत सेमीकंडक्टर डिज़ाइन के लिए वित्तीय प्रोत्साहन और डिज़ाइन बुनियादी ढांचे का समर्थन प्रदान किया जाता है।
|