न्यूजीलैंड में माउंट तरानाकी (तरानाकी मौंगा) को ऐतिहासिक फैसले में कानूनी व्यक्तित्व (इंसान का दर्जा)प्रदान किया गया है।
यह निर्णय माओरी समुदायों के लिए इसकी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्ता को मान्यता देता है और उपनिवेशीकरण के कारण हुए अन्याय को संबोधित करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।
माउंट तरानाकी
भौगोलिक स्थिति:2,518 मीटर ऊँचा निष्क्रिय ज्वालामुखी।
माओरी संस्कृति में स्थान: इसे एक पवित्र और पैतृक संरक्षक माना जाता है।
कानूनी व्यक्तित्व और संरचना
नया दर्जा:माउंट तरानाकी को "ते काहुई तुपुआ" के रूप में मान्यता दी गई।
अधिकार और जिम्मेदारियाँ: इसे एक जीवित इकाई माना जाएगा, जिसके अधिकार और सुरक्षा के उपाय होंगे।
प्रबंधन: माओरी इवी समुदाय के प्रतिनिधियों और सरकार द्वारा नियुक्त सदस्यों का एक शासी निकाय पहाड़ की देखरेख करेगा।
सांस्कृतिक और पर्यावरणीय प्रभाव:-
माओरी अधिकारों की बहाली: माओरी समुदायों के पारंपरिक अधिकारों को पुनर्स्थापित करने का प्रयास।
संरक्षण उपाय:भूमि और पारिस्थितिकी तंत्र की रक्षा के लिए पारंपरिक माओरी प्रथाओं को अपनाया जाएगा।
स्थानीय जैव विविधता:यह कदम वन्यजीवों और प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण में मदद करेगा।
न्यूजीलैंड में कानूनी व्यक्तित्व आंदोलन:-
न्यूजीलैंड ने अन्य प्राकृतिक संस्थाओं को भी कानूनी व्यक्ति का दर्जा दिया है:
ते उरेवेरा वन (2014)
वांगानुई नदी (2017)
अब माउंट तरानाकी
ये फैसले स्वदेशी अधिकारों की मान्यता और प्रकृति संरक्षण में नए दृष्टिकोण को दर्शाते हैं।