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IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

एम.आर.एस.ए.एम. मिसाइल 

चर्चा में क्यों

हाल ही में, रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) ने ओडिशा तट के चांदीपुर स्थित एकीकृत परीक्षण रेंज से मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल (MRSAM) की दो उड़ानों का सफल परीक्षण किया है।

एम.आर.एस.ए.एम. मिसाइल प्रणाली

  • यह सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल है, जिसे डी.आर.डी.ओ. और इज़राइल एयरोस्पेस इंडस्ट्रीज ने संयुक्त रूप से विकसित किया है।  
  • यह मिसाइल सेना की पुरानी वायु रक्षा प्रणालियों को प्रतिस्थापित करेगी। 
  • एम.आर.एस.ए.एम.हथियार प्रणाली में मल्टी-फंक्शन रडार, मोबाइल लॉन्चर सिस्टम और अन्य वाहन शामिल हैं। इसमें थल सेना, नौसेना और वायु सेना तीनों के संस्करण में उपलब्ध हैं।
  • यह एक कनस्तरीकृत मिसाइल है, जो ठोस प्रणोदन प्रणाली द्वारा संचालित है।
  • मिसाइल की अधिकतम गति सीमा 2 मैक (ध्वनि की गति से दोगुनी) है। इसकी मारक क्षमता 70 किमी. तक है।
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