केरल के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री और सीपीएम के वरिष्ठ नेता के.के. शैलजा की आत्मकथा 'माई लाइफ ऐज़ ए कॉमरेड' को कन्नूर विश्वविद्यालय द्वारा एमए अंग्रेजी प्रथम सेमेस्टर के संशोधित पाठ्यक्रम शामिल करने का निर्णय लिया गया।
मुख्य बिंदु-
महात्मा गांधी, डॉ. बी.आर. अंबेडकर और आदिवासी कार्यकर्ता सीके जानू की आत्मकथाओं के अलावा जीवन लेखन अनुभाग के तहत एम.ए. अंग्रेजी प्रथम सेमेस्टर के संशोधित पाठ्यक्रम में 'माई लाइफ ऐज़ ए कॉमरेड' को शामिल किया गया है।
शैलजा 2016 से 2021 तक पहली पिनाराई विजयन सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थीं।
पूर्व मंत्री शैलजा की आत्मकथा को विश्वविद्यालय के पाठ्यक्रम में शामिल करने से विवाद शुरू हो गया
संयोग से यह विवाद केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के उस आरोप के एक दिन बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने आरोप लगाया था कि केंद्र सरकार छात्रों को अपने निहित स्वार्थ के विषय पढ़ाने की कोशिश कर रही है।
उन्होंने केरल सरकार द्वारा लाई गई एक वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय की पाठ्य पुस्तक का भी विमोचन किया, जिसमें महात्मा गांधी की हत्या जैसे अंशों को शामिल किया गया था, जिन्हें NCERT द्वारा हटा दिया गया था।