22 अक्टूबर को तीसरी पीढ़ी के टैंकरोधी निर्देशित मिसाइल (ए.टी.जी.एम.) नाग का पोखरण परीक्षण रेंज पर प्रयोक्ता द्वारा अंतिम परीक्षण (Final User Trial) किया गया।
इस मिसाइल को ‘नाग मिसाइल कैरियर’ एन.ए.एम.आई.सी.ए. (NAMICA) द्वारा लॉन्च किया गया, जिसने कवच (Armour) को हटाकर लक्ष्य पर सटीकता के साथ प्रहार किया।
इस अंतिम प्रयोक्ता परीक्षण के बाद, अब नाग उत्पादन के चरण में प्रवेश करेगा। मिसाइल का उत्पादन रक्षा क्षेत्र के सार्वजनिक उपक्रम ‘भारत डायनामिक्स लिमिटेड’ द्वारा किया जाएगा, जबकि एन.ए.एम.आई.सी.ए. का उत्पादन मेडक स्थित आयुध निर्माणी द्वारा किया जाएगा।
नाग मिसाइल
‘ए.टी.जी.एम. नाग’ को रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डी.आर.डी.ओ.) द्वारा दिन और रात दोनों ही स्थितियों में टैंकों को निशाना बनाने हेतु विकसित किया गया है।
नाग मिसाइल समग्र और प्रति-क्रियाशील कवच से लैस सभी मुख्य युद्धक टैंक (Main Battle Tank : एम.बी.टी.) को नष्ट करने के लिये एक ‘पैसिव होमिंग गाइडेंस’ उपकरण के साथ-साथ ‘दागो और भूल जाओ’ तथा ‘उच्च हमले’ की क्षमताओं से लैस है।
नाग मिसाइल कैरियर एन.ए.एम.आई.सी.ए. प्रणाली में जल एवं जमीन दोनों पर चलने की क्षमता है।
होमिंग गाइडेंस एक ऐसी प्रणाली है, जिसमें मिसाइल में लगा रिसीवर लक्ष्य तक पहुँचने के लिये लक्ष्य से निकलने वाले विकिरण का उपयोग करता है।