रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) ने राजस्थान के पोखरण फील्ड रेंज में तीसरी पीढ़ी के एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल नाग एमके-2 (Nag Mark 2) का सफलतापूर्वक फील्ड ट्रायल परीक्षण किया।
इसके अलावा नाग मिसाइल कैरियर संस्करण-2 (NAMICA) का भी फील्ड टेस्ट किया गया।
नाग एमके-2
परिचय : नाग मार्क 2 स्वदेशी रूप से विकसित तीसरी पीढ़ी की एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल है।
यह मिसाइल डी.आर.डी.ओ. के एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम का हिस्सा है।
निर्माण : भारत डायनेमिक्स लिमिटेड (BDL) द्वारा
मारक क्षमता :4-7 किलोमीटर तक
प्रमुख विशेषताएँ : ये मिसाइल ‘फायर-एंड-फॉरगेट’ तकनीक पर आधारित है जिसे दागने के बाद दोबारा निर्देशित करने की आवश्यकता नहीं होती है।
यह इंफ़्रारेड तकनीक से लैस है जो लॉन्च से पहले लक्ष्य को लॉक करती है और तेजी से उसे नष्ट कर देती है।
विस्फोटक प्रतिक्रियाशील कवच (Explosive Reactive Armour) से लैस आधुनिक बख्तरबंद वाहनों (Modern Armoured Vehicles) को निष्क्रिय करने में सक्षम।
एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP)
परिचय :भारतीय रक्षा सेवाओं के लिए स्वदेशी रूप से मिसाइल विकसित करने का एक कार्यक्रम
आरंभ :वर्ष 1983 में डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम द्वारा
कार्यक्रम के तहत निर्मित मिसाइल :
पृथ्वी : कम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल
अग्नि :मध्यम दूरी की सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल
त्रिशूल :कम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली निम्न उड़ान वाली मिसाइल
आकाश :मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल