New
IAS Foundation New Batch, Starting from 27th Aug 2024, 06:30 PM | Optional Subject History / Geography | Call: 9555124124

नागराहोल टाइगर रिजर्व

मैसूर दशहरा में भाग लेने वाले हाथी ‘अश्वत्थामा’ की नागरहोल टाइगर रिजर्व में बिजली का करंट लगने से मौत हो गई। 

NAGAR

नागरहोल टाइगर रिजर्व के बारे में

  • अवस्थिति : कर्नाटक के मैसूर एवं कोडागु जिलों में स्थित।
    • इसके दक्षिण-पूर्व में बांदीपुर टाइगर रिजर्व और दक्षिण-पश्चिम में केरल का वायनाड वन्यजीव अभयारण्य है। 
    • यह रिजर्व नीलगिरि बायोस्फीयर रिजर्व का भी हिस्सा है।
  • नामकरण : पूर्व में राजीव गांधी राष्ट्रीय उद्यान के नाम से प्रसिद्ध इस अभयारण्य का नामकरण 'नागराहोल' नदी के नाम पर। 
    • नागराहोल का कन्नड़ भाषा में शाब्दिक अर्थ 'सर्प नदी' (नागरा अर्थात सर्प व होल अर्थात नदी) है। 
  • रिजर्व में स्थित जलाशय : काबिनी एवं तारका जलाशय।
  • ऐतिहासिक तथ्य : वर्ष 1988 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित और ‘प्रोजेक्ट टाइगर’ के अंतर्गत वर्ष 1999 में टाइगर रिजर्व घोषित।
  • पाई जाने वाली प्रमुख वनस्पति : उष्णकटिबंधीय, आर्द्र, अर्ध-सदाबहार व शुष्क पर्णपाती वन।
    • व्यावसायिक रूप से महत्वपूर्ण वृक्ष शीशम, सागौन, चंदन व सिल्वर ओक हैं।
  • पाए जाने वाले प्रमुख जीव-जंतु : बाघ, तेंदुआ, एशियाई जंगली कुत्ता और स्लॉथ भालू, एशियाई हाथी, गौर, सांभर, चीतल, मंटजैक, चौसिंगा मृग, जंगली सुअर, माउस हिरण।
  • हडलू (Hadlu) : इसके जंगलों में पाई जाने वाली दलदली परती भूमि।
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR