(प्रारंभिक परीक्षा- राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय महत्त्व की सामयिक घटनाएँ)
(मुख्य परीक्षा, सामान्य अध्ययन प्रश्नपत्र- 3: अंतरिक्ष)
संदर्भ
हाल ही में, नासा ने अपने आर्टेमिस I चंद्रमा मिशन के परीक्षण हेतु लॉन्चपैड तैयार किया है। यह भविष्य में अंतरिक्ष मिशन के लिये एक मील का पत्थर साबित हो सकता है।
आर्टेमिस I कार्यक्रम
- नासा के आर्टेमिस मिशन को चंद्र अन्वेषण की अगली पीढ़ी के रूप में जाना जाता है। इसका नाम ग्रीक पौराणिक कथाओं से अपोलो की जुड़वाँ बहन के नाम पर रखा गया है। आर्टेमिस चंद्रमा की देवी भी हैं।
- आर्टेमिस I नासा के गहरे अंतरिक्ष अन्वेषण (Deep Space Exploration) प्रणालियों में से पहला मिशन है। यह एक मानव रहित अंतरिक्ष मिशन है जहाँ अंतरिक्ष यान स्पेस लॉन्च सिस्टम (SLS) रॉकेट से लॉन्च किया जाएगा। एस.एल.एस. को दुनिया का सबसे शक्तिशाली रॉकेट माना जाता है।
- एस.एल.एस. रॉकेट को पृथ्वी की निम्न कक्षा (Low Earth Orbit) से परे अंतरिक्ष मिशन के लिये डिज़ाइन किया गया है और यह चालक दल या कार्गो को चंद्रमा और उससे आगे तक ले जा सकता है।
- आर्टेमिस I मिशन में ओरियन अंतरिक्ष यान भी संलग्न किया जाएगा। यह यान अंतरिक्ष स्टेशन पर उतरे बिना सबसे लंबी अवधी तक अंतरिक्ष में रहेगा।
उद्देश्य
- आर्टेमिस कार्यक्रम के साथ नासा का लक्ष्य वर्ष 2024 तक मानव को चंद्रमा पर भेजना है तथा यह चंद्रमा पर पहली महिला को उतारने की भी योजना बना रहा है।
- साथ ही, नासा का लक्ष्य वैज्ञानिक खोज और आर्थिक लाभों में योगदान देना और नई पीढ़ी के खोजकर्ताओं को प्रेरित करना है।
- रोबोट और अंतरिक्ष यात्रियों द्वारा अन्वेषण में सहायता के लिये नासा चंद्र सतह पर एक आर्टेमिस बेस कैंप और चंद्र कक्षा में एक प्रवेशद्वार स्थापित करेगा। यह प्रवेश द्वार नासा के स्थायी चंद्र संचालन का एक महत्त्वपूर्ण घटक होगा और यह चंद्रमा की परिक्रमा करने वाले बहुउद्देश्यीय मिशन के लिये एक द्वार (Outpost) के रूप में कार्य करेगा।
- इस मिशन में नासा के साथ-साथ अन्य देशों (कनाडा, यूरोप और जापान) की अंतरिक्ष एजेंसी भी शामिल हैं।
मिशन का प्रक्षेपवक्र
आर्टेमिस I के तहत एस.एल.एस. और ओरियन को वर्ष 2022 के मध्य में फ्लोरिडा स्थित कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च किया जाएगा। अंतरिक्ष यान अंतरिम क्रायोजेनिक प्रोपल्शन स्टेज, एक तरल ऑक्सीजन/तरल हाइड्रोजन-आधारित प्रणोदन प्रणाली का उपयोग करेगा।
आर्टेमिस कार्यक्रम में भविष्य के मिशन
- भविष्य में इस कार्यक्रम का उपयोग मंगल ग्रह पर पहले अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिये भी किया जाएगा।
- इस कार्यक्रम की दूसरी उड़ान में एक चालक दल सवार होगा जो मनुष्यों के साथ ओरियन अंतरिक्ष यान की महत्त्वपूर्ण प्रणालियों का परीक्षण करेगा।
- नासा ने सौर मंडल में अंतरिक्ष की मानव खोज की दिशा को गति प्रदान करने के लिये चंद्रमा की कक्षा का उपयोग करने की योजना बनाई है।