दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार
चर्चा में क्यों ?
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस 2024 के अवसर पर भारत की राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए
अंतर्राष्ट्रीय दिव्यांगजन दिवस 2024 के अवसर पर, भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने नई दिल्ली में दिव्यांगजनों के सशक्तिकरण के लिए 33 अनुकरणीय व्यक्तियों और संस्थानों को राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।
राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों के साहस और दृढ़ संकल्प की सराहना करते हुए उन्हें समाज के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया।
यह राष्ट्रीय पुरस्कार न केवल पुरस्कार विजेताओं की उपलब्धियों का जश्न मनाते हैं, बल्कि बड़े पैमाने पर समाज के लिए प्रेरणा के तौर पर भी काम करते हैं।
राष्ट्रपति ने दिव्यांगजनों में उद्यमशीलता, कौशल विकास और नेतृत्व को प्रोत्साहित करने की ज़रूरत पर बल दिया।
अंतर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस
अंतर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस, या विकलांग लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस, वर्ष 1992 से संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रतिवर्ष 3 दिसंबर को मनाया जाता है
इसका उद्देश्य विकलांगता से प्रभावित लोगों की बेहतर समझ को प्रोत्साहित करना और लोगों को उनके अधिकारों, सम्मान और कल्याण के बारे में अधिक जागरूक बनाने में मदद करना है
अंतर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस केवल मानसिक या शारीरिक विकलांगताओं से संबंधित नहीं है, बल्कि इसमें ऑटिज्म से लेकर डाउन सिंड्रोम और मल्टीपल स्क्लेरोसिस तक सभी ज्ञात विकलांगताएं शामिल हैं।
प्रश्न - अंतर्राष्ट्रीय विकलांगता दिवस कब मनाया जाता है ?