प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिकी, एनसीआरबी, गृह मंत्रालय टॉस्क फोर्स, राष्ट्रीय पुलिस आयोग मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन, पेपर-2
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संदर्भ:
3 दिसंबर को राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) ने वर्ष 2022 के लिए भारत में अपराध पर अपनी वार्षिक रिपोर्ट जारी की है।
प्रमुख बिंदु:
- वर्ष 2022 में कुल 58,24,946 संज्ञेय अपराध दर्ज किए गए।
- दर्ज अपराधों में 35,61,379 भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) अपराध और 22,63,567 विशेष और स्थानीय कानून (एसएलएल) अपराध शामिल हैं।
- 2021 की तुलना में मामलों के पंजीकरण में 4.5% की गिरावट आई है।
- अपराध दर (प्रति लाख जनसंख्या पर पंजीकृत अपराध) 2021 में 445.9 से घटकर 2022 में 422.2 हो गया।
महिलाओं के खिलाफ अपराध:
- 2022 में 4,45,256 मामले दर्ज किए गए; 2021 की तुलना में 4% की वृद्धि हुई।
- इसमें 31.4% मामले पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता के तहत दर्ज हुए।
- महिला अपहरण के 19.2% मामले दर्ज हुए।
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साइबर अपराध की रिपोर्टिंग:
2021 की तुलना में 24.4 प्रतिशत बढ़कर 65,893 मामले हो गई।
- इसमें लगभग 64.8% पंजीकृत मामले धोखाधड़ी के थे
- जबरन वसूली के 5.5% मामले
- यौन शोषण के 5.2% मामले
आत्महत्याओं के मामले:
2021 की तुलना में 2022 में आत्महत्याएं 4.2% बढ़कर 1,70,924 दर्ज हुईं।
- इसमें 31.7% पारिवारिक समस्याओं के कारण (विवाह संबंधी समस्याओं के अलावा)
- विवाह संबंधी समस्याओं के कारण 4.8%
- आत्महत्या पीड़ितों का कुल पुरुष-से-महिला अनुपात 71.8:28.2 था।
2021 की तुलना में प्रमुख अपराधों की दर में बढ़ोतरी:
- आर्थिक अपराध में 11.1% की वृद्धि
- मानव तस्करी के मामले में 2.8% की वृद्धि
- अनुसूचित जातियों के खिलाफ होने वाले अपराध में 13.1% की वृद्धि
एनसीआरबी:
- एनसीआरबी की स्थापना टंडन समिति की राष्ट्रीय पुलिस कमीशन (1977-1981) तथा गृह मंत्रालय की टॉस्क फोर्स (1985) को दी गई सिफारिशों के आधार पर 1986 में की गई थी।
- एनसीआरबी द्वारा जारी रिपोर्ट देश भर में हुए अपराध के आंकड़ों का संकलन है। केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले एनसीआरबी की रिपोर्ट में महिलाओं के खिलाफ अपराध से लेकर आर्थिक और वित्तीय अपराधों तक के आंकड़े शामिल हैं।
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हत्याओं के सम्बन्ध में:
- पूरे भारत में 2022 में हत्या की कुल 28,522 प्राथमिकियां दर्ज की गईं है।
- यह आंकड़ा हर दिन औसतन 78 हत्याएं या हर घंटे 3 से अधिक हत्याओं को इंगित करता है।
- 2021 में ये आंकड़ा 29272 और 2020 में 29,193 था।
- 2022 की हत्याओं का कारण:
- सबसे अधिक मामलों (9962) में 'मामूली विवाद' कारण था
- 3761 मामलों में ‘व्यक्तिगत प्रतिशोध या दुश्मनी’
- 1884 मामलों में उद्देश्य ‘फायदा उठाना' था
- हत्याओं के सम्बन्ध में अन्य जानकारी:
- उत्तर प्रदेश में सबसे ज्यादा (3491) मामले दर्ज उसके बाद बिहार में 2930 मामले
- सिक्किम में सबसे कम (9 मामले) दर्ज
- दिल्ली में हत्या के 509 मामले दर्ज
नोट:
एनसीआरबी रिपोर्ट इस बात को रेखांकित करती है कि डेटा पंजीकृत अपराध की घटनाओं को दर्ज करता है, न कि अपराध की वास्तविक घटना को।
प्रश्न:- राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो के संबंध में, निम्नलिखित कथनों में से कौन सा/से सही है/हैं?
- इसकी स्थापना टंडन समिति सिफारिशों पर 1986 में की गई थी।
- यह संस्था केंद्रीय गृह मंत्रालय के तहत कार्य करती है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए-
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) 1 और 2 दोनों
(d) न 1 और ना ही 2
उत्तर- (c)
मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न:
राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो द्वारा जारी आंकड़ों से खोजकर्ताओं को अपराध एवं अपराधियों से जो़ड़ने में सहायता मिलती है। विश्लेषण कीजिए।
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