हाल ही में, चक्रवात की स्थिति की समीक्षा करने के लिये राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति (National Crisis Management Committee- NCMC) की बैठक आयोजित की गई। केंद्रीय मंत्रिमंडलीय सचिव राजीव गाबा की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के मुख्य सचिव भी शामिल रहे।
इस समिति ने चक्रवात ‘निवार’ की स्थिति की समीक्षा की। इस चक्रवात के आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु और पुडुचेरी के तटीय क्षेत्रों से टकराने की सम्भावना है।
राष्ट्रीय स्तर पर बड़े संकटों से निपटने के लिये ‘सुरक्षा पर मंत्रिमंडल समिति’ और ‘राष्ट्रीय संकट प्रबंधन समिति’ आपदा प्रबंधन के सम्बंध में निर्णय लेने वाली शीर्ष स्तरीय समितियाँ हैं।
एन.सी.एम.सी. का गठन विशिष्ट आपदा प्रबंधन दायित्वों का निर्वहन करने के लिये किया जाता है। कैबिनेट सचिव की अध्यक्षता में मंत्रालयों/विभागों और एजेंसियों के सचिव इसमें भाग लेते हैं।
उल्लेखनीय है कि तमिलनाडु 'निवार' चक्रवात का सामना करने के लिये आकस्मिक योजना तैयार कर रहा है। मई में आए सुपर साइक्लोन ‘अम्फान’ के बाद यह बंगाल की खाड़ी में दूसरा गम्भीर चक्रवात होगा। जबकि वर्ष 2018 में गाज़ा चक्रवात के बाद तमिलनाडु को पार करने वाला यह दूसरा चक्रवात होगा।