प्रारंभिक परीक्षा- राष्ट्रीय उच्च शिक्षा योग्यता ढांचा मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-2 |
चर्चा में क्यों
शिक्षा मंत्रालय ने नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के आधार पर राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचा का मसौदा तैयार किया।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचा का उद्देश्य देश में व्यावसायिक शिक्षा और सामान्य शिक्षा के बीच एकरूपता लाना एवं कौशल शिक्षा का व्यवस्थित ढांचा तैयार करना है।
- कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय की वर्ष 2020-21 की वार्षिक रिपोर्ट के अनुसार भारतीय शिक्षा प्रणाली में व्यावसायिक शिक्षा और सामान्य शिक्षा के बीच समकक्षता की कोई प्रणाली नहीं है।
- व्यावसायिक शिक्षा को अधिक प्रासंगिक बनाने और समाज में इसकी स्वीकार्यता के लिए क्रेडिट आधारित मॉड्यूलर प्रणाली विकसित किये जाने की जरूरत है ।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में कहा गया है कि सभी व्यावसायिक शिक्षाओं को उच्च शिक्षा प्रणाली का अभिन्न अंग बनाया जाएगा।
- स्वचालित (सेल्फ रन) तकनीकी विश्वविद्यालयों, स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालयों, कानूनी और कृषि विश्वविद्यालयों आदि को उद्देश्य बहु-विषयक संस्थान बनना होगा।
- इन उद्देश्यों के लिये राष्ट्रीय कौशल पात्रता ढांचा के अनुरूप राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचा तैयार किया जायेगा ।
- छठी कक्षा से उच्च माध्यमिक स्तर पर व्यावसायिक शिक्षा का एक ढांचा लागू किया जा रहा है और प्रारंभिक शिक्षा के स्तर पर भी कौशल गतिविधियों पर जोर दिया जाएगा।
- इस संबंध में माध्यमिक स्कूल, प्रशिक्षण कार्यक्रमों को लेकर औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आईटीआई), पॉलीटेक्निक संस्थानों आदि से गठजोड़ कर सकेंगे।
- सरकार का मकसद साल 2025 तक स्कूली एवं उच्च शिक्षा प्रणाली में 50 प्रतिशत छात्रों को व्यावसायिक शिक्षा से जोड़ना है।
- व्यावसायिक एवं कौशल विकास योजना को लागू करने की योजना के तहत घरेलू एवं वैश्विक जरूरतों के आकलन के लिये उद्योगों की मदद ली जा रही है ताकि शिक्षा के बाद रोजगार की समस्या को दूर करने के साथ उद्योगों की जरूरतों को पूरा किया जा सके।
- स्कूली शिक्षा में नए जमाने के कौशल विकास के तहत पाठ्यक्रम तैयार करने तथा शिक्षकों के प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देना होगा।
- इसका उद्देश्य शिक्षा के बाद रोजगार की समस्या को दूर करने के साथ ही उद्योगों की जरूरतों को पूरा करना है।
राष्ट्रीय उच्च शिक्षा योग्यता ढाँचे (NHEQF) से संबंधित मुद्दे:
- एनएचईक्यूएफ राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क और अकादमिक बैंक ऑफ क्रेडिट जैसे अन्य ढांचे के साथ सह-अस्तित्व में है, जिसके कारण भ्रम होता है कि यह एकीकृत ढांचे के उद्देश्य को विफल कर सकता है।
- कृषि, कानून, चिकित्सा और फार्मेसी जैसे कुछ विषयों को उनके महत्व के बावजूद इसमे शामिल नहीं किया गया है।
- एनएचईक्यूएफ काफी हद तक यूरोपीय बोलोग्ना प्रक्रिया (European Bologna process) से प्रेरित है, जो भारत की विविध और जटिल उच्च शिक्षा प्रणाली के लिए पूरी तरह अनुरूप नहीं हो सकती है।
प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए
- संस्कृति मंत्रालय ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति की सिफारिशों के आधार पर राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचा का मसौदा तैयार किया है।
- राष्ट्रीय उच्च शिक्षा अर्हता ढांचा का मसौदा यूरोपीय बोलोग्ना प्रक्रिया (European Bologna process) से प्रेरित है।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?
(a) केवल 1
(b) केवल 2
(c) कथन 1 और 2
(d) न तो 1 ना ही 2
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : राष्ट्रीय उच्च शिक्षा योग्यता ढांचा क्या है? क्या यह भारत में व्यावसायिक शिक्षा और सामान्य शिक्षा के बीच एकरूपता ला सकता है?टिप्पणी कीजिए।
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स्रोत: the hindu