प्रारंभिक परीक्षा के लिए - ऑपरेशन फ्लड, वर्गीज कुरियन
मुख्य परीक्षा के लिए, सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र:3 - पशु पालन संबंधी अर्थशास्त्र
संदर्भ
- भारत में श्वेत क्रांति के जनक वर्गीज कुरियन की जयंती के उपलक्ष्य में प्रति वर्ष 26 नवंबर को राष्ट्रीय दुग्ध दिवस मनाया जाता है।
- इसका उद्देश्य दूध एवं दुग्ध उत्पादों के महत्त्व के बारे में लोगों में जागरूकता का प्रसार करना है।
वर्गीज कुरियन
- वर्गीज कुरियन (1921 - 2012) को भारत में 'श्वेत क्रांति के जनक' के रूप में जाना जाता है।
- इन्हे मिल्कमैन ऑफ इंडिया भी कहा जाता है।
- वर्गीज कुरियन एक सामाजिक उद्यमी थे, जिन्होंने दुनिया के सबसे बड़े कृषि डेयरी विकास कार्यक्रम, ऑपरेशन फ्लड का नेतृत्व किया।
- डॉ. कुरियन ने विभिन्न किसानों और श्रमिकों द्वारा चलाए जा रहे कई संस्थानों की स्थापना के अतिरिक्त, लोकप्रिय डेयरी ब्रांड अमूल की स्थापना और सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
- उन्होंने 30 संस्थानों का निर्माण किया, जिनमें से प्रत्येक का नेतृत्व विभिन्न किसानों या श्रमिकों द्वारा किया जाता है।
- ये राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के पहले अध्यक्ष थे।
- उन्होंने 1973 से 2006 तक गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन(GCMMF) की सेवा की।
- उन्होंने दिल्ली दुग्ध योजना के प्रबंधन और मूल्य सुधार में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया।
- उन्होंने भारत के खाद्य तेलों में आत्मनिर्भर होने के लिए परिवर्तन में भी सहायता की।
- इन्हें पद्म श्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण सम्मान प्राप्त हुए, जो भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मानों में से हैं।
- रेमन मैग्सेसे पुरस्कार (1963), कृषि रत्न (1986), और विश्व खाद्य पुरस्कार, इन्हें दिए गए अन्य प्रमुख सम्मान हैं।
ऑपरेशन फ्लड
- इसे 1970 में शुरू किया गया था।
- यह दुनिया का सबसे बड़ा डेयरी विकास कार्यक्रम था।
- इस ऑपरेशन के माध्यम से 30 वर्षों के भीतर, भारत में प्रति व्यक्ति उपलब्ध दूध की मात्रा को दोगुना कर दिया गया, तथा डेयरी फार्मिंग देश के आत्मनिर्भर ग्रामीण रोजगार का मुख्य स्रोत बन गया।
- इस कार्यक्रम के हिस्से के रूप में किसानों को उनके द्वारा बनाए गए संसाधनों पर प्रत्यक्ष अधिकार दिया गया था, जिससे वे अपने स्वयं के विकास को आगे बढ़ा सकें।
- यह ना केवल बड़े पैमाने पर उत्पादन के माध्यम से बल्कि जनता द्वारा बड़े पैमाने पर उत्पादन के माध्यम से भी पूरा किया गया।
- इसे अब श्वेत क्रांति के रूप में जाना जाता है।
श्वेत क्रांति के चरण
- प्रथम चरण (1970-1980)
- विश्व खाद्य कार्यक्रम के माध्यम से यूरोपीय संघ द्वारा दिए गए बटर ऑयल और स्किम्ड मिल्क पाउडर की बिक्री का उपयोग, इस चरण को वित्तपोषित करने के लिए किया गया था।
- पहले चरण के दौरान, ऑपरेशन फ्लड ने भारत के 18 प्रमुख मिल्कशेडों को भारत के चार प्रमुख महानगरीय शहरों - दिल्ली, मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में उपभोक्ताओं के साथ जोड़ा
- द्वितीय चरण(1981-1985)
- इस अवधि के दौरान, दुग्धशालाओं की संख्या अठारह से बढ़कर 136 हो गई।
- दुग्ध दुकानों का विस्तार 290 से अधिक शहरी बाजारों तक हो गया।
- 43,000 ग्राम सहकारी समितियों में फैले 4,250,000 दुग्ध उत्पादकों के साथ एक आत्मनिर्भर प्रणाली स्थापित की गई।
- तृतीय चरण (1985-1996)
- इस चरण ने डेयरी सहकारी समितियों को विस्तार करने की अनुमति दी और कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया।
- इस चरण में दूध की बढ़ती मात्रा को प्राप्त करने और बाजार में लाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे में भी सुधार किया गया।
ऑपरेशन फ्लड के उद्देश्य
- दुग्ध उत्पादन में वृद्धि करना।
- ग्रामीण आय को बढ़ावा देना।
- उपभोक्ताओं को उचित कीमतों पर दुग्ध उत्पाद उपलब्ध कराना।
महत्व
- इसने डेयरी किसानों को अपने स्वयं के विकास को निर्देशित करने में सहायता की, जिससे वे अपने द्वारा उत्पन्न संसाधनों पर स्वामित्व प्राप्त कर सकें।
- ऑपरेशन फ्लड ने राष्ट्रीय दुग्ध ग्रिड के माध्यम से 700 कस्बों और शहरों में उपभोक्ताओं तक गुणवत्तापूर्ण दूध पहुंचाने में मदद की, तथा बिचौलियों की आवश्यकता को दूर करने में भी मदद की, जिससे मौसमी मूल्य भिन्नता कम हो गई।
- इस कार्यक्रम के कारण ही 1998 में, भारत ने दुनिया के सबसे बड़े दुग्ध उत्पादक के रूप में संयुक्त राज्य अमेरिका को पीछे छोड़ दिया।
- भारत वर्तमान में दुनिया का सबसे बड़ा दुग्ध उत्पादक है, वैश्विक दुग्ध उत्पादन में भारत का हिस्सा 22% है।
- ऑपरेशन फ्लड के बाद, भारतीय डेयरी और पशुपालन क्षेत्र बड़ी संख्या में ग्रामीण परिवारों के लिए आय के प्राथमिक स्रोत के रूप में उभरा - उनमें से ज्यादातर या तो भूमिहीन, छोटे या सीमांत किसान थे।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- निम्नलिखित में से राष्ट्रीय दुग्ध दिवस कब मनाया जाता है?
(a) 24 नवंबर
(b) 25 नवंबर
(c) 26 नवंबर
(d) 27नवंबर
उत्तर: (c)
मुख्य परीक्षा प्रश्न:- श्वेत क्रांति क्या है? भारतीय परिप्रेक्ष्य में इसकी भूमिका को स्पष्ट करें।
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