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नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (National Stock Exchange - NSE)

स्थापना एवं मान्यता

  • स्थापना (Establishment): 1992 में स्थापित, 1994 से संचालन प्रारंभ।
  • मुख्यालय (Headquarters): मुंबई, महाराष्ट्र।
  • सेबी द्वारा मान्यता (Recognized by SEBI): वर्ष 1993 में मिली।
  • स्वामित्व (Ownership): सार्वजनिक व निजी वित्तीय संस्थानों (financial institutions) का मिश्रण – जैसे LIC, SBI, Temasek, Morgan Stanley।

मुख्य विशेषताएँ (Key Features)

  • बाज़ार पूंजीकरण (Market Capitalization): दिसंबर 2024 तक लगभग 438.9 लाख करोड़ (43.89 trillion) – वैश्विक स्तर पर 7वां सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज।
  • लिस्टिंग (Listings): कुल 2,671 कंपनियाँ सूचीबद्ध – 2,084 मुख्य बोर्ड पर और 587 SME प्लेटफॉर्म (NSE Emerge) पर।
  • सूचकांक (Indices): प्रमुख सूचकांक – निफ्टी 50 (Nifty 50), प्रारंभ – 22 अप्रैल 1996।

निफ्टी 50 (Nifty 50 Index)

  • संरचना (Composition): भारतीय अर्थव्यवस्था के 14 क्षेत्रों की 50 प्रमुख कंपनियाँ शामिल।
  • गणना पद्धति (Calculation Method): Free-float market capitalization weighted – यानी सार्वजनिक रूप से उपलब्ध शेयरों के मूल्य पर आधारित।
  • बेंचमार्क भूमिका (Benchmark Role): भारत में निवेश के लिए प्रमुख संकेतक (benchmark), जैसे अमेरिका में S&P 500।
  • अर्धवार्षिक पुनर्संतुलन (Rebalancing): हर 6 महीने में एक बार, बाज़ार की परिस्थितियों के अनुसार।

प्रौद्योगिकीय नवाचार (Technological Innovations)

  • इलेक्ट्रॉनिक ट्रेडिंग (Electronic Trading): पारंपरिक बोल-चाल प्रणाली (open outcry) को हटाकर स्क्रीन आधारित ट्रेडिंग शुरू की।
  • को-लोकेशन सुविधा (Co-location Facility): 1,200 से अधिक रैक वाले डेटा सेंटर से ट्रेडिंग की गति और दक्षता में वृद्धि।
  • स्वचालित प्रणाली (Automated Systems): पारदर्शिता और कुशल ट्रेडिंग के लिए आधुनिक स्वचालित प्रणाली का प्रयोग।

बाज़ार खंड (Market Segments)

  • इक्विटी (Equity): कंपनियों के शेयरों का व्यापार।
  • डेरिवेटिव्स (Derivatives): सूचकांकों और व्यक्तिगत शेयरों पर वायदा (futures) और विकल्प (options)।
  • ऋण (Debt): सरकारी और कॉर्पोरेट बॉन्ड का व्यापार।
  • मुद्रा (Currency): अगस्त 2008 से मुद्रा डेरिवेटिव्स शुरू।
  • SME प्लेटफॉर्म: छोटे व मध्यम उद्यमों (Small and Medium Enterprises) के लिए NSE Emerge, 2012 में प्रारंभ।
  • सामाजिक स्टॉक एक्सचेंज (Social Stock Exchange): 2023 में प्रारंभ – सामाजिक उद्यम (social enterprises) को सार्वजनिक निवेश के लिए मंच।

निवेशक शिक्षा व वित्तीय साक्षरता (Investor Education & Financial Literacy)

  • NSE अकादमी (NSE Academy): वित्तीय बाज़ार से संबंधित कोर्स व प्रमाणपत्र प्रदान करती है।
  • NSE Learn to Trade: काल्पनिक बाज़ार (mock market) सॉफ्टवेयर द्वारा निवेश व ट्रेडिंग कौशल का विकास।
  • सहयोग (Collaborations): विश्वविद्यालयों के साथ मिलकर MBA व BBA पाठ्यक्रम संचालित।

वैश्विक स्थिति (Global Standing)

  • वैश्विक रैंकिंग: 2023 तक डेरिवेटिव्स ट्रेडिंग में विश्व की सबसे बड़ी एक्सचेंज, और कैश इक्विटी ट्रेड्स में तीसरी सबसे बड़ी।
  • पूंजी जुटाना (Capital Raising): 2024 में 268 IPOs के माध्यम से 1.67 लाख करोड़ (लगभग $19.5 बिलियन) जुटाए – IPO राशि के लिहाज से दुनिया में शीर्ष।

चुनौतियाँ एवं आलोचनाएँ (Challenges & Criticisms)

  • बाज़ार में हेराफेरी (Market Manipulation): कुछ मामलों में बाज़ार में कृत्रिम बदलाव व इनसाइडर ट्रेडिंग (Insider Trading) की शिकायतें।
  • प्रौद्योगिकीय समस्याएँ (Technological Issues): कुछ अवसरों पर तकनीकी खामियाँ, जिससे ट्रेडिंग बाधित हुई।
  • नियामकीय जांच (Regulatory Scrutiny): निगरानी और अनुपालन (surveillance & compliance) में चूक के कारण SEBI की कार्रवाई।
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