प्रारंभिक परीक्षा – राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3 |
चर्चा में क्यों
- भारत सरकार ने देश के हल्दी किसानों की लंबे समय से चली आ रही मांग को पूरा करते हुए आधिकारिक तौर पर 4 अक्तूबर 2023 को राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की स्थापना की ।
प्रमुख बिंदु
- राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड हल्दी के बारे में जागरूकता और खपत बढ़ाएगा तथा निर्यात बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए बाजार विकसित करेगा।
- बोर्ड नए उत्पादों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देगा, मूल्यवर्धित हल्दी उत्पादों के लिए पारंपरिक ज्ञान को विकसित करेगा।
- भारत से हल्दी का निर्यात 2030 तक बढ़कर 1 बिलियन डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है ।
- हल्दी क्षेत्र के विकास और वृद्धि में मसाला बोर्ड और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ अधिक समन्वय की सुविधा प्रदान करेगा।
- यह निर्यात बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नए बाजार विकसित करने, नए उत्पादों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने तथा मूल्यवर्धित हल्दी उत्पादों के लिए पारंपरिक ज्ञान के विकास का काम करेगा।
- यह विशेष रूप से मूल्य संवर्धन से अधिक लाभ पाने के लिए हल्दी उत्पादकों की क्षमता निर्माण और कौशल विकास पर फोकस करेगा।
- बोर्ड गुणवत्ता और खाद्य सुरक्षा मानकों और ऐसे मानकों के पालन को भी प्रोत्साहित करेगा।
- बोर्ड मानवता के लिए हल्दी की पूरी क्षमता की सुरक्षा और उपयोगी दोहन के लिए भी कदम उठाएगा।
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केंद्रीय वाणिज्य मंत्रालय के तहत बोर्ड, भारत में हल्दी और हल्दी से संबंधित उत्पादों के विकास और वृद्धि के लिए समर्पित होगा।
राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड की संरचना
- बोर्ड में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एक अध्यक्ष, आयुष मंत्रालय, फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और किसान कल्याण, वाणिज्य और उद्योग विभाग, तीन राज्यों के वरिष्ठ राज्य सरकार के प्रतिनिधि (रोटेशन के आधार पर), अनुसंधान में शामिल राष्ट्रीय/राज्य संस्थानों, चुनिंदा हल्दी किसानों और निर्यातकों के प्रतिनिधि होंगे।
- बोर्ड के सचिव की नियुक्ति वाणिज्य विभाग द्वारा की जाएगी।
हल्दी उत्पादन में भारत की स्थिति
- भारत विश्व में हल्दी का सबसे बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है।
- वर्ष 2022-23 में 11.61 लाख टन (वैश्विक हल्दी उत्पादन का 75 प्रतिशत से अधिक) के उत्पादन के साथ भारत में 3.24 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हल्दी की खेती की गई थी।
- भारत में हल्दी की 30 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं और यह देश के 20 से अधिक राज्यों में उगाई जाती है।
- हल्दी के सबसे बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु हैं।
- हल्दी के विश्व व्यापार में भारत की हिस्सेदारी 62 प्रतिशत से अधिक है।
- 2022-23 के दौरान 380 से अधिक निर्यातकों द्वारा 207.45 मिलियन डालर मूल्य के 1.534 लाख टन हल्दी और हल्दी उत्पादों का निर्यात किया गया था।
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भारतीय हल्दी के लिए प्रमुख निर्यात बाजार बांग्लादेश, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और मलेशिया हैं।
हल्दी (Turmeric)
- हल्दी एक मसाला है जो करकुमा लोंगा पौधे की जड़ से प्राप्त होता है।
- इसका उपयोग सैकड़ों वर्षों से खाना पकाने में किया जाता रहा है।
- हल्दी गहरे, सुनहरे-नारंगी रंग की होती है और इसका स्वाद कड़वा होता है।
- इसका उपयोग अक्सर स्वाद या रंग के लिए किया जाता है,जैसे करी पाउडर, सरसों, मक्खन, पनीर।
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हल्दी में करक्यूमिन नामक रसायन होता है, जो सूजन को कम कर सकता है। करक्यूमिन हल्दी को पीला रंग भी देता है।
प्रश्न: भारत सरकार ने 4 अक्तूबर 2023 को किस बोर्ड की स्थापना की?
(a) राष्ट्रीय मसाला बोर्ड
(b) राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड
(c) राष्ट्रीय गौवंश रक्षा बोर्ड
(d) राष्ट्रीय गेहूं बोर्ड
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न : राष्ट्रीय हल्दी बोर्ड के प्रमुख कार्यों का उल्लेख कीजिए।
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स्रोत: pib