चर्चा में क्यों
केंद्र सरकार ने वर्तमान ‘राष्ट्रीय युवा नीति, 2014’ के मसौदे की समीक्षा के बाद राष्ट्रीय युवा नीति का एक नया मसौदा तैयार किया है, जिस पर सभी हितधारकों से सुझाव माँगा गया है।
प्रमुख बिंदु
- विश्व के साथ भारत में भी तेजी से शहरीकरण हो रहा है।शहरीकरण प्राय: युवाओं के लियेअधिक अवसर पैदा करने वाले आर्थिक विकाससे जुड़ा हुआ है।
- हालाँकि, युवाओं के लिये सामाजिक असुरक्षा, बेरोजगारी, अपराध की उच्च दर और हिंसा प्रमुख चुनौतियों में शामिल हैं।
- युवा विकास से संबंधित महत्वपूर्ण राष्ट्रीय और वैश्विक बाधाओं को दूर करने केउद्देश्य से युवा एवं खेल मामले मंत्रालय (MoYAS) ने राष्ट्रीय युवा नीति 2021 का मसौदा तैयार किया है।
राष्ट्रीययुवा नीतिका मसौदा
- यह मसौदा युवा विकास के लिये दस वर्षीय दृष्टिकोण एवं सतत् विकास लक्ष्यों की परिकल्पना करता है।
- यहभारत को आगे बढ़ाने के लिये युवाओं की क्षमता को खोलने का कार्य करेगा।
- युवाविकास, सरकार का प्राथमिक एजेंडा रहा है और नई नीति युवाओं के समग्र विकास में योगदान दे सकती है।
उद्देश्य
राष्ट्रीय युवानीति मसौदे में युवा विकासके लिये पांच प्राथमिकता वाले क्षेत्रों को निर्धारित किया गया है, जो सामाजिक समावेशन के सिद्धांत पर आधारित है:
- शिक्षा
- रोजगार और उद्यमिता
- युवा नेतृत्व और विकास
- स्वास्थ्य, फिटनेस और खेल
- सामाजिक न्याय
मसौदे का महत्व
- बेहतर प्रबंधन के आभाव में युवा वर्ग चुनौती के रूप में उभर सकता है।
- अच्छी तरह से प्रशिक्षित एवं सुसज्जित युवा समूह सकल घरेलू उत्पाद और उत्पादक कार्य भागीदारी को बढ़ावा देंगे।
- युवाओं के विकास में आने वाली बाधाओं को दूर करने में सहायक।
- जलवायु परिवर्तन की चुनौतियों, रोज़गार की बदलती प्रकृतिऔर बदलते विश्व के लिये तैयार करना।