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नेपाल- चीन समझौता

प्रारंभिक परीक्षा- समसामयिकी
मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-2

संदर्भ-

  • बीजिंग में ग्रेट हॉल ऑफ द पीपल में 25 सितंबर,2023 को आयोजित एक द्विपक्षीय बैठक के दौरान प्रधान मंत्री पुष्प कमल दहल 'प्रचंड' और उनके चीनी समकक्ष ली कियांग की उपस्थिति में दोनों सरकारों के बीच व्यापार, सड़क संपर्क और सूचना प्रौद्योगिकी सहित क्षेत्रों में द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने के लिए सात समझौता ज्ञापनों सहित 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।

मुख्य बिंदु-

  • दोनों पक्षों ने आपसी समझ तथा सहयोग को और मजबूत करने एवं अर्थव्यवस्था, व्यापार और लोगों से लोगों के बीच संपर्क को नई गति देने के तरीकों पर विचारों का आदान-प्रदान किया।

जीएसआई, जीसीआई और जीडीआई-

  • जीडीआई, जीएसआई और ग्लोबल सिविलाइज़ेशन इनिशिएटिव (जीसीआई) श्री जिनपिंग द्वारा प्रस्तावित तीन प्रमुख नई पहलें हैं जो उनके तीसरे कार्यकाल के दौरान चीन की विदेश नीति को रेखांकित करेंगी।
  • रिपोर्टों के अनुसार, प्रचंड, जिनपिंग  के नए सिद्धांतों, ग्लोबल सिक्योरिटी इनिशिएटिव (जीएसआई) , ग्लोबल सिविलाइजेशन इनिशिएटिव (जीसीआई) पर चीन के दबाव को नजरअंदाज कर रहे हैं।
  • श्री प्रचंड ने कहा कि, हमारी विदेश नीति गुट निरपेक्ष है। दूसरी ओर, हम कह रहे हैं कि अमेरिकी इंडो-पैसिफिक रणनीति और राज्य भागीदारी कार्यक्रम सुरक्षा पहल का हिस्सा हैं। अगर हम एक पहल (आईपीएस, एसपीपी) में भाग नहीं ले रहे हैं, तो हम दूसरों में भी शामिल नहीं हो सकते।
  • बयान में कहा गया कि, "नेपाल चीन द्वारा प्रस्तावित ‘वैश्विक विकास पहल’ (जीडीआई) का समर्थन करता है और जीडीआई के दोस्तों के समूह में शामिल होने पर विचार करेगा।

काठमांडू का संतुलन कार्य-

  • संयुक्त बयान काठमांडू के सावधानीपूर्वक संतुलन कार्य को दर्शाता है जिसने स्पष्ट कर दिया है कि वह विकास परियोजनाओं पर चीन के साथ काम करेगा लेकिन सुरक्षा सहयोग से संबंधित मामलों पर सतर्क रुख अपनाएगा।
  • नेपाल ने तिब्बत पर चीन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता की पुष्टि की और कहा कि "वह नेपाल की धरती पर चीन के खिलाफ किसी भी अलगाववादी गतिविधियों की अनुमति कभी नहीं देगा।" 
  • चीन ने अपनी ओर से कहा कि वह "अपनी स्वतंत्रता, संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता को बनाए रखने में नेपाल का दृढ़ता से समर्थन करता है"।

सीमा पार रेलवे-

  • संयुक्त बयान में कनेक्टिविटी परियोजनाओं की व्यापकता और गहराई को रेखांकित किया गया है, जिन पर नेपाल और चीन काम कर रहे हैं, जिसमें ल्हासा से काठमांडू तक प्रमुख सीमा-पार रेलवे भी शामिल है, जिसे एक समय अधिकांश पर्यवेक्षकों ने अव्यवहार्य बताकर खारिज कर दिया था।
  • वे "बंदरगाहों, सड़कों, रेलवे, वायुमार्ग और ग्रिड जैसे क्षेत्रों में व्यवस्थित तरीके से कनेक्टिविटी को मजबूत करने" और "संयुक्त रूप से ट्रांस-हिमालयी बहु-आयामी कनेक्टिविटी नेटवर्क का निर्माण" करने पर सहमत हुए।
  • उन्होंने लिज़ी-नेचुंग बंदरगाह के खुलने और झांगमु-खासा बंदरगाह को यात्री सेवाओं के लिए फिर से खोलने का स्वागत किया और चेनतांग-किमाथंका और रिवु-ओलांगचुंगोला जैसे अन्य सीमा बंदरगाहों को जल्द से जल्द खोलने के लिए संचार बनाए रखने पर सहमति व्यक्त की।
  • चीन ने अरानिको राजमार्ग रखरखाव परियोजना के चौथे चरण पर काम शुरू करने के लिए समर्थन की घोषणा की और कहा कि विध्वंस का काम पूरा होने के बाद वह सयाफ्रुबेसी-रसुवागढ़ी राजमार्ग की मरम्मत करेगा। 
  • जिलॉन्ग/कीरुंग से रसुवागढ़ी/चिलाइम तक 220 केवी क्रॉस-बॉर्डर पावर ट्रांसमिशन लाइन का निर्माण शुरू करने के लिए भी एक समझौता हुआ।
  • संयुक्त बयान में "जिलोंग/कीरुंग-काठमांडू क्रॉस-बॉर्डर रेलवे की व्यवहार्यता अध्ययन की प्रगति पर संतोष व्यक्त किया गया"।
  • चीन-नेपाल रेलवे सहयोग पर 8वीं कार्य बैठक शीघ्र ही आयोजित की जाएगी, जबकि चीन जल्द ही नेपाल रेलवे पेशेवरों को प्रशिक्षित करने की पहल शुरू करेगा।
  • यात्रा के दौरान, नेपाल ने यह भी घोषणा की कि वह चीन को गेंडा गैंडों की एक जोड़ी प्रदान करेगा, जो बीजिंग की "पांडा कूटनीति" को उजागर करता है।

प्रमुख समझौते एक नजर में-

  •  दिसंबर,2022 में प्रधानमंत्री बनने के बाद श्री प्रचंड ने भारत और अमेरिका की यात्रा के बाद अपनी पहली चीन यात्रा की। इस दौरान दोनों देशों के बीच 12 समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
    1. नेपाल के राष्ट्रीय योजना आयोग और चीन के राष्ट्रीय विकास और सुधार आयोग के बीच सहयोग के लिए एक समझौता ज्ञापन
    2. डिजिटल अर्थव्यवस्था सहयोग बढ़ाने पर एक समझौता ज्ञापन
    3. हरित और निम्न-कार्बन विकास पर सहयोग से संबंधित एक समझौता ज्ञापन
    4. कृषि, पशुधन और मत्स्य पालन के क्षेत्र में सहयोग पर एक समझौता ज्ञापन
    5. नेपाल-चीन व्यापार और भुगतान समझौते की समीक्षा और संशोधन के लिए एक संयुक्त तकनीकी कार्य समूह की स्थापना पर एक समझौता ज्ञापन
    6. नेपाल से चीन तक चीनी चिकित्सा के लिए पौधों से प्राप्त औषधीय सामग्रियों के निर्यात के लिए फाइटोसैनिटरी आवश्यकताओं के एक प्रोटोकॉल पर भी हस्ताक्षर 
    7. चीन और नेपाल ने हिल्सा-सिमकोट रोड परियोजना और नेपाल-चीन पावर ग्रिड इंटरकनेक्शन परियोजना (चिलीमे-केरुंग) पर भी समझौता ज्ञापन 
    8. हिल्सा-सिमकोट रोड परियोजना और नेपाल-चीन पावर ग्रिड इंटरकनेक्शन परियोजना (चिलीमे-केरुंग) पर समझौता ज्ञापन 
    9. 2017 में नेपाल और चीन के बीच हस्ताक्षरित नेपाल के उत्तरी पहाड़ी क्षेत्र के विभिन्न सामानों के उत्पादन और वितरण के संबंध में एक समझौता ज्ञापन 
    10. प्राचीन ग्रंथों का अनुवाद और प्रकाशन करने के लिए समझौता ज्ञापन
    11. बेल्ट एंड रोड इनिशिएटिव (बीआरआई) के तहत सहयोग करने के लिए दोनों पक्षों के 2017 के समझौते का भी उल्लेख किया गया है, जिसमें कहा गया है कि वे पहले से ही विलंबित बीआरआई कार्यान्वयन योजना को अंतिम रूप देने में तेजी लाएंगे।
    12. अन्य समझौतों में विज्ञान, प्रौद्योगिकी और नवाचार, मानव संसाधन विकास के क्षेत्र के क्षेत्र में सहयोग शामिल है। 

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- ग्लोबल सिक्योरिटी इनिशिएटिव (जीएसआई) , ग्लोबल सिविलाइजेशन इनिशिएटिव (जीसीआई) किस देश की विदेश नीति का हिस्सा है?

(a) अमेरिका

(b) चीन

(c) भारत

(d) रूस

उत्तर- (b)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- हाल ही में नेपाल ने चीन के साथ 12 ज्ञापन समझौतों पर हस्ताक्षर किया है। इसका भारत-नेपाल संबंधों पर क्या प्रभाव पड़ेगा? मूल्यांकन करें।

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