प्रमुख नियुक्तियां (NIA, NDRF तथा पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो के नए महानिदेशक)
हाल ही में केंद्र सरकार के कैबिनेट की नियुक्ति समिति ने निम्नलिखित नियुक्तियों की मंजूरी दे दी है।
सदानंद वसंत को राष्ट्रीय जांच एजेंसी(NIA) का महानिदेशक नियुक्त किया है।
श्री सदानंद वसंत 31 दिसंबर 2026 तक अपने पद बने रहेंगे।
वह दिनकर गुप्ता का स्थान लेंगे।
NIA के बारे में:
यह भारत में एक विशेष आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी है।
इसका गठन वर्ष 2008 में मुंबई में हुए आतंकवादी हमलों के बाद NIA अधिनियम, 2008 के तहत एक वैधानिक निकाय के रूप में किया गया।
इसका मुख्यालय नई दिल्ली में है।
राधा विनोद राजू NIA के संस्थापक महानिदेशक थे।
पीयूष आनंद को राष्ट्रीय आपदा मोचन बल(NDRF) का महानिदेशक बनाया गया है।
वह अतुल करवाल का स्थान लेंगे।
NDRF के बारे में:
यह एक विशेष प्रतिक्रिया बल है।
इसका गठन आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत वर्ष 2006 में किया गया था।
इसके गठन का मुख्य उद्देश्य राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल के रूप में प्राकृतिक और मानव निर्मित आपदाओं के दौरान विशेष प्रतिक्रिया करना है।
राजीव कुमार शर्मा को पुलिस अनुसंधान और विकास ब्यूरो (BPR&D) का महानिदेशक बनाया गया है।
वह 30 जून 2026 तक अपने पद पर बने रहेंगे।
उन्होंने बालाजी श्रीवास्तव का स्थान लिया है।
BPR&D के बारे में:
BPR&D का गठन वर्ष 1970 में किया गया था।
इसकी स्थापना देश में पुलिस की आवश्यकताओं और मांगों की पहचान करने, अनुसंधान परियोजनाओं को शुरू करने तथा पुलिस के सामने आने वाली चुनौतियों को दूर करने के लिये सुझाव देने के उद्देश्य से की गई थी।
यह गृह मंत्रालय के प्रशासन के अंतर्गत आता है।
प्रश्न:- राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सम्बन्ध में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
NIA भारत में एक विशेष आतंकवाद विरोधी कानून प्रवर्तन एजेंसी है।
यह NIA अधिनियम, 2008 के तहत एक वैधानिक निकाय है।
31 दिसंबर 2026 तक के लिए सदानंद वसंत को इसका महानिदेशक नियुक्त किया है।