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स्नातक छात्रों के लिए नए नियम

संदर्भ

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने स्नातक शिक्षा के लिए नए नियमों को मंजूरी प्रदान की है। यू.जी.सी. विनियमों के संग्रह के भाग के रूप में जारी नए दिशानिर्देशों के तहत उच्च शिक्षा संस्थान (HEI) दो अलग-अलग विकल्प प्रदान कर सकते हैं- त्वरित डिग्री कार्यक्रम और विस्तारित डिग्री कार्यक्रम।

त्वरित डिग्री कार्यक्रम (ADP) और विस्तारित डिग्री कार्यक्रम (EDP) के बारे में 

  • स्नातक छात्रों को ADP या EDP चुनने की अनुमति पहले या दूसरे सेमेस्टर के अंत में ही होगी। 
  • ADP के तहत नामांकित छात्र उसी पाठ्यक्रम का पालन करेंगे और उन्हें तीन या चार वर्ष के UG प्रोग्राम के लिए आवश्यक क्रेडिट की समान संख्या अर्जित करनी होगी।    
    • हालाँकि, वे ADP चुनने वाले सेमेस्टर से ही अतिरिक्त क्रेडिट अर्जित करके अपना कार्यक्रम जल्दी पूरा कर सकते हैं।
  • इस योजना के अंतर्गत तीन वर्षीय यू.जी. कार्यक्रम को मानक छह सेमेस्टरों के स्थान पर पांच सेमेस्टरों में पूरा किया जा सकता है जबकि चार वर्षीय यू.जी. कार्यक्रम को मानक आठ सेमेस्टरों के स्थान पर छह या सात सेमेस्टरों में पूरा किया जा सकता है।
  • ई.डी.पी. (EDP) चुनने वाले छात्रों को मानक कार्यक्रम की तुलना में प्रति सेमेस्टर कम क्रेडिट अर्जित करने की अनुमति होगी, जिससे उन्हें अपना कोर्स पूरा करने में अधिक समय लगेगा। 
    • इनके कोर्स की अवधि अधिकतम दो सेमेस्टर तक बढ़ाई जा सकती है।

ए.डी.पी. एवं ई.डी.पी. नियमों को लागू करने के उद्देश्य

  • राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क छात्रों को ‘विविध शैक्षणिक आवश्यकताओं एवं संज्ञानात्मक क्षमताओं’ को समायोजित करने के लिए त्वरित या विस्तारित कार्यक्रमों में यू.जी. पाठ्यक्रम पूरा करने की अनुमति देता है।
  • ए.डी.पी. उच्च प्रदर्शन करने वाले छात्रों को अतिरिक्त क्रेडिट अर्जित करके अपनी डिग्री तेजी से पूरी करने की अनुमति देता है और उन्हें कार्यबल में प्रवेश करने या उच्च अध्ययन करने की अनुमति देता है। 
  • इसके विपरीत ई.डी.पी. उन छात्रों का समर्थन करता है जो शैक्षणिक चुनौतियों का सामना करते हैं। यह उन्हें प्रबंधनीय तरीके से अपनी डिग्री पूरी करने के लिए विस्तारित समय-सीमा प्रदान करते हैं। 
  • सभी शिक्षार्थियों के पास अपने शैक्षिक लक्ष्यों को प्राप्त करने के साधन सुनिश्चित करते हुए ये विकल्प समानता को बढ़ावा देते हैं।
  • कमज़ोर शैक्षणिक प्रदर्शन वाले छात्रों को प्राय: अवधारणाओं को समझने एवं लागू करने के लिए अधिक समय की आवश्यकता होती है। 
  • ई.डी.पी. उन्हें प्रति सेमेस्टर कम क्रेडिट लेने में सक्षम बनाता है, जिससे वे भारी कार्यभार के तनाव के बिना प्रत्येक पाठ्यक्रम पर गहन रूप से ध्यान केंद्रित कर सकते हैं। यही कारण है कि ई.डी.पी. के लिए कोई ऊपरी सीमा नहीं है।

क्रियान्वयन

  • यू.जी.सी. द्वारा हाल ही में स्वीकृत मानक संचालन प्रक्रिया (SOP) में उच्च शिक्षा संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वे पहले या दूसरे सेमेस्टर के अंत में ए.डी.पी. एवं ई.डी.पी. के लिए प्राप्त आवेदनों की जांच करने के लिए एक समिति गठित करें और उसके अनुसार छात्रों का चयन करें। 
  • यह समिति पहले या दूसरे सेमेस्टर में उनके प्रदर्शन के आधार पर छात्र की ‘क्रेडिट-पूरा करने की क्षमता’ का मूल्यांकन करेगी। 
    • एक संस्थान ए.डी.पी. (ADP) छात्रों के लिए स्वीकृत प्रवेश का 10% तक निर्धारित कर सकता है।
  • यह समिति यू.जी.सी. के स्नातक कार्यक्रमों के लिए पाठ्यक्रम और क्रेडिट ढांचे पर विचार करते हुए ए.डी.पी. एवं ई.डी.पी. के तहत प्रत्येक सेमेस्टर में एक छात्र को अर्जित करने वाले न्यूनतम क्रेडिट की संख्या भी तय करेगी।
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