प्रारम्भिक परीक्षा – मूंगा साँप की नई प्रजाति सिनोमिकुरस गोरेई मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन, पेपर- 3 |
संदर्भ
मिजोरम विश्वविद्यालय के प्राणीशास्त्र विभाग के शोधकर्ताओं ने राज्य में मूंगा सांप की एक नई प्रजाति की खोज की है।
प्रमुख बिंदु
- 10 जनवरी 2024 को ब्रिटिश विज्ञान पत्रिका, सिस्टमैटिक्स एंड बायोडायवर्सिटी (टेलर एंड फ्रांसिस ग्रुप) में प्रकाशित 'दो सहानुभूति मूंगा सांपों (रेप्टिलिया: एलापिडे) के सिस्टमैटिक्स का पुनर्मूल्यांकन' शीर्षक से इस नई प्रजाति का अनावरण किया गया।
मूंगा साँप सिनोमिकुरस गोरेई:-
- ब्रिटिश भारतीय डॉक्टर गोरे के नाम पर इसका नाम सिनोमिकुरस गोरेई रखा गया है।
- इसको स्थानीय तौर पर "रूल थी हना" (Rul Thi Hna) के नाम से जाना जाता है।
- यह मिज़ो संस्कृति के पारंपरिक एम्बर ‘हिहना’ (Thi Hna) से काफी मिलती-जुलती है।
- विश्व में सिनोमिकुरस कोरल सांपों की कुल 9 प्रजातियां खोजी गई हैं।
- इनमें से सिनोमिकुरस मैकलेलैंडी नामक केवल एक प्रजाति पूर्वोत्तर भारत में पाई जाती है।
- इसमें अद्वितीय पैटर्न और विभिन्न पैमाने, हेमिपेनिस, डीएनए और खोपड़ी हैं।
- इस शोध तक, सिनोमिकुरस गोरेई को उनकी घनिष्ठ समानता के कारण सिनोमिकुरस मैकलेलैंडी के समान प्रजाति माना जाता था।
- सिनोमिकुरस मैकलेलैंडी एक समय में 6-14 अंडे दे सकती है, वहीं सिनोमिकुरस गोरेई तीन अंडे तक देती है।
- सिनोमिकुरस मैकलेलैंडी मुख्य रूप से ऊंचे पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है, जबकि सिनोमिकुरस गोरेई निचले पहाड़ी क्षेत्रों में पाया जाता है।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न:- मूंगा साँप सिनोमिकुरस गोरेई के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए:
- इस साँप का नाम ब्रिटिश भारतीय डॉक्टर गोरे के नाम पर रखा गया है।
- विश्व में सिनोमिकुरस कोरल सांपों की कुल 6 प्रजातियां खोजी गई हैं।
- इसमें अद्वितीय पैटर्न, हेमिपेनिस, डीएनए और खोपड़ी हैं।
उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं?
(a) केवल एक
(b) केवल दो
(c) सभी तीन
(d) कोई भी नहीं
उत्तर - (b)
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